मोहला-मानपुर- मोहला मानपुर अनुसुचित जनजाति की सीट है. शुरू से ही यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. इस विधानसभा क्षेत्र की विशेष बात यह रही है कि गांव में वोट देने में एक रूपता नज़र आती है. यहां किसी गांव में कांग्रेस की पकड़ है तो किसी गांव में बीजेपी की. यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य सीट है. इस क्षेत्र में 70 प्रतिशत गोंड़ समाज, 20 प्रतिशत हल्बा समाज और 10 प्रतिशत अन्य समाज के लोग निवास करते हैं. इस क्षेत्र की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां जनता जाने पहचाने चेहरे को ही वोट देती है.
कौन कौन है मैदान में-
कांग्रेस- इंद्रशाह मंडावी
बीजेपी- कंंचनमाला भूआर्य
आम आदमी पार्टी- अर्जुन मंडावी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी- संजीत ठाकुर
प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता-
इंद्रशाह मंडावी- एमए
कंचनमाला भूआर्य- एमए
अर्जुन मंडावी- 9वीं
संजीत ठाकुर- बीए
2013 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
तेज नेताम, कांग्रेस, कुल वोट मिले 42648
भोजेश शाह, बीजेपी, कुल वोट मिले 41692
क्या हैं जनता के मुद्दे-
1.नक्सल ग्रस्त इलाका होने के कारण यहां सड़क, पानी ,बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है.
2. मोहला-मानपुर विकास की दृष्टि से आज भी पिछड़ा हुआ है.
3. शिक्षा के क्षेत्र में अगर देखा जाए तो यहां आदिवासी ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है.
4. स्वस्थ्य व्यवस्था यहां चरमराई हुई है.
5. रोजगार के लिए आदिवासी खेती किसानी ही करते हैं. रोजगार के साधनों की उपलब्धता का अभाव है.
क्या कहता है चुनावी समीकरण-
इस बात में कोई दो राय नहीं कि यहां चुनाव का परिणाम आदिवासियों को वोट तय करता है. और इन वोटों का एक बड़ा हिस्सा कांग्रेस को जाता है. कांग्रेस ने इस बार वर्तमान विधायक तेज कुंवर नेताम का टिकट काटकर नए चेहरे पूर्व अबकारी अधिकारी इंदर सिंह मंडावी को टिकट दिया है. हालांकि पुराने विधायक का टिकट कटने से कांग्रेस में बगावत के आसार दिख रहे हैं.
वहीं बीजेपी की अगर बात की जाए तो बीजेपी के लिए ये एक सुनहरा मौका है इसलिए बीजेपी ने इस बार महिला प्रत्याशी को सीट पर उतार कर कांग्रेस का किला ढ़हाने की कवायद शुरू कर दी है. कंचनमाला भूआर्य को यहां से टिकट दिया गया है. कंचनमाला की साफ छवि को देखते हुए उन्हे टिकट दी गई है. वहीं आम आदमी पार्टी ने अर्जुन मंडावी को मैदान में उतारा गया है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी ने संजीत ठाकुर को टिकट दिया है. इस बार विधानसभा चुनाव में संजीत ठाकुर की भी प्रबल दावेदारी मानी जा रही है. जातिगत समीकरण के आधार पर भी संजीत वोट हासिल करने में कामयाब होंगे. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के मैदान में उतरने से ट्रायबल और ग्रामिण क्षेत्रों से मिलने वाले वोटों का निश्चित तौर से बंटवारा होगा जो कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है.
कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी को बंटने वाले वोट ही इस बार भाजपा की जीत की रूपरेखा निर्धारित करेंगे.