Covishield Vaccine. ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसकी कोराना वैक्सीन से बहुत खतरनाक साइड इफेक्ट का खतरा है. वैक्सीन से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक होने की आशंका है. भारत में यह वैक्सीन कोविशील्ड के नाम से करोड़ों लोगों को लगी थी और कंपनी के खुलासे के बाद लोग भयभीत है. इस बीच चर्चा हो रही है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी.
Covishield Vaccine को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ब्रिटिश मीडिया टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उनकी वैक्सीन से कई लोगों की मौत हो गई. वहीं कई अन्य को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ा. कंपनी के खिलाफ हाईकोर्ट में 51 केस चल रहे हैं. ब्रिटिश हाईकोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों में कंपनी ने माना है कि उसकी कोरोना वैक्सीन से कुछ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी टीटीएस हो सकता है. इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है.
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पीएम नरेंद्र मोदी ने 1 मार्च, 2021 को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाया था. उन्होंने कोविशील्ड का टिका नहीं लगवाया. प्रधानमंत्री ने स्वदेशी वैक्सीन ‘CoVaxin’ का टीका लगवाया था. इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी साझा की थी. पीएम मोदी को टीका लगाने वाली नर्सों ने बताया था कि PM ने भारतीय और भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन की डोज ली थी. इसके बाद उन्होंने अप्रैल में इस वैक्सीन की दूसरी डोज ली.
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