दिल्ली. पुलिस लाइन में सिपाही विद्रोह मामले में कठोर कार्रवाई करते हुए नीतीश सरकार 175 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया. इनमें 167 नये और 8 पुराने सिपाही हैं. यह बिहार पुलिस के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है. पटना जोनल आईजी नैयर हसनैन खां की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने यह कार्रवाई की है.
एक उच्चस्तरीय बैठक में रविवार को आईजी एनएच खां ने अनुशासन तोड़ने और घटना में शामिल सिपाही को सीधे सेवा से बर्खास्त कर दिया है. वहीं घटना में शामिल पुलिस लाइन में तैनात 23 को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया गया है. इनमें तीन पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जिन्हें अनुशासन बनाये रखने की जिम्मेदारी दी गई थी.
जोनल आईजी ने इसके साथ ही दस वर्षों से पुलिस लाइन में जमे 93 पुलिसकर्मी को स्थानांतरण की सिफारिश की है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सविता पाठक को छुट्टी नहीं देने पर तीन पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है.
आईजी नैयर हसनैन खां ने कहा कि डीजीपी के एस द्विवेदी के आदेश पर जांच में वीडियो फुटेज और अन्य साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की गई है. पूरी जांच होने के बाद और भी जो लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.