नई दिल्ली। भारत में बीते साल-दो साल से गाहे-बगाहे अपनी मांगों को लेकर आंदोलन में करने वाले किसानों के पीछे खड़े वामपंथी संगठनों की भूमिका सामने आती रही है, लेकिन वामपंथी किसान संगठन से जुड़े लोग नहीं बताते कि चीन में किस तरह से वामपंथी सरकार कैसे किसानों से व्यवहार करती है. इसका खुलासा आज हम यहां करने जा रहे हैं, बाकायदा तस्वीरों के साथ…
इसे भी पढ़ें : रंग लाया प्रयास : एक-एक लाख के तीन ईनामी माओवादियों के साथ 35 ने किया आत्मसमर्पण…
चीन में किसान केवल सरकार द्वारा अनुमोदित फसल ही उगा सकते हैं. किसानों के लिए आगे और पीछे के आँगन में फलियाँ, खरबूजे और कुम्हड़े जैसी चढ़ने वाली सब्जियाँ लगाना सख्त मना है. और अगर किसी किसान ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जाकर काम किया तो सरकार उन गिरफ्तार कर जेल भेज देती है.
इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़-ओडिशा : सुसाइड के 21 दिन बाद आज नीचे उतारी गई एक साथ लटकी प्रेमी युगल की लाश…
किसानों की फसल पर निगरानी के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 87,000 कृषि पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किए हैं, जिनका काम है किसान के खेत-बाड़ी में जाकर देखना कि कहीं वह अनुमोदित फसल के अलावा कोई दूसरा पैदावार तो नहीं ले रहे हैं. और अगर कोई किसान नियमों की अवहेलना करता दिखा तो पहले तो फसल को नष्ट करते हैं, उसके बाद किसान को गिरफ्तार कर लिया जाता है.
दरअसल, चीनी की वामपंथी सरकार लोगों के जीवन के हर पहलू पर अपना नियंत्रण रखना चाहती है. किसानों को फसल के लिए दिया गया आदेश राष्ट्रव्यापी व्यापक खाद्य सुरक्षा नीति का हिस्सा है, जो ऐसे समय में आया है जब बीजिंग माओ युग की खाद्य वितरण प्रणाली में सुधार कर रहा है, जो युद्ध की स्थिति में आपातकालीन रसद का नेटवर्क प्रदान कर सकता है.
इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री साय का 11 में से 11 सीटों पर जीत का दावा, कहा- भाजपा के पक्ष में है अच्छा माहौल…
चीनी सरकार किसानों को चावल, गेहूं और आलू जैसे मुख्य खाद्यान्न उगाने के लिए मजबूर करती है. इसके साथ ही सरकार इन फसलों की कीमतों को बहुत कम स्तर पर रखती है, जिससे शहरी लोगों को सस्ता भोजन मिल सके. ऐसे में इन फसलों को उगाने को घाटे का सौदा मानते हुए किसान नकदी फसलें, जैसे फल उगाना पसंद करते हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक