हकीम नासिर, महासमुंद। प्रदेश के कद्दावर मंत्री की गिनती में शुमार बृजमोहन अग्रवाल की पत्नी सरिता अग्रवाल द्वारा वन विभाग की जमीन में आलीशान रिसॉर्ट बनाए जाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। विक्रेता के अनुसार उसने जमीन दान में दी थी लेकिन मंत्री की पत्नी के नाम पर जमीन कैसे हुई, उसे नहीं मालूम।
सरकारी योजनाओं के लिए जमीन दान करने वाले विष्णु साहू को जब यह पता चला कि उसने जिस जमीन को दान में दिया था उसे फर्जी तरीके से मंत्री की पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई है। तो उसे भी काफी हैरत हुई। लल्लूराम डॉट कॉम संवाददाता हकीम नासिर से बातचीत में विष्णु साहू ने इस पूरे मामले पर प्रकाश डाला। उसने बताया कि उक्‍त जमीन को 1994 में मध्यप्रदेश शासन काल में सिंचाई विभाग को दान में दिया था जिसकी बकायदा रजिस्ट्री कराई गई थी। उसने कहा मैनें तो जमीन दान में दिया था लेकिन अनपढ़ होनें की वजह से हो सकता है कि जमीन की रजिस्ट्री धोखे से कराई गई हो।
किसान नेता ललित चंद्रनाहू ने पीएमओ तक इस मामले की शिकायत की उनके अनुसार 1994 में ग्राम जलकी के किसान विष्णु साहू ने इस भूमि को सिंचाई विभाग को दान में दिया था जिसकी बकायदा रजिस्ट्री कराई गई थी। सिंचाई विभाग ने उक्त जमीन को वन विभाग को हस्तान्तरित भी कर दिया था। उसके बाद 2003-04 में वन विभाग ने 22 लाख रूपयों से उक्त जमीन पर पौधारोपण भी किया। शिकायकर्ता ने शासन-प्रशासन से शिकायत की जब 1994 में जमीन को शासन को दान कर दिया तो दुबारा खरीदी बिक्री कैसे हुई।  शिकायतकर्ता ने इसी के साक्ष्य को सूचना के अधिकार के तहत निकलवाकर शिकायत की। ललित चंद्रनाहू की शिकायत के आधार पर ही पीएमओ ने राज्य सरकार से इस मामले में सवाल-जवाब तलब किया है।
बृजमोहन अग्रवाल 1990 से विधायक हैं जिस दौरान उक्त जमीन उनकी पत्नी सरिता अग्रवाल और उनके बेटे के नाम पर रजिस्ट्री हुई उस दौरान बृजमोहन अग्रवाल पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री थे। यह जमीन सिरपुर से लगी हुई है, सिरपुर वह पुरातात्विक महत्व की जगह है जिसे राज्य सरकार ने पर्यटन स्थल का दर्जा दिया है। जहां से कि ईसा पूर्व से लेकर 11 वीं 12 वीं शताब्दी तक के पुरा-अवशेष प्राप्त हुए हैं। पुरातत्वविज्ञानियों ने यह भी दावा किया था कि इस जगह पर एलियन भी आते थे और यह भारत के सबसे बड़े व्यापारिक केन्द्रों में से एक था।
तो जाहिर है यह क्षेत्र भविष्य में विश्व के एक बड़े पर्यटन केन्द्र के रूप में मानचित्र में स्थापित होगा