जितेंद्र सिन्हा,राजिम. पुलिस प्रशासन रेप पीड़ितों को न्याय दिलाने का दावा जरुर करती है, लेकिन एक पीड़िता थाने शिकायत दर्ज करवाने पहुंची कि उसके साथ योगेन्द्र निषाद के युवक ने शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण किया है. तो फिंगेश्वर थाना पुलिस ने पीड़िता से लिखित आवेदन लिखवा लिया और अब उनका कहना है कि इस मामले की जांच जिला कार्यालय गरियाबंद गठित महिला सेल के द्वारा कार्रवाई की जाएगी. क्या फिंगेश्वर पुलिस इस मामले में जांच नहीं कर सकती? क्या पुलिस आरोपी के खिलाफ त्वरित एक्शन नहीं ले सकती? सवाल ये भी कि क्या कोई रसूखदार व्यक्ति होने से उस पर कार्रवाई नहीं हो रहा?

पीड़िता और परिजन

पीड़िता ने कार्रवाई की मांग

दरअसल मामला फिंगेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम पेंड्रा का है, जहां एक युवती ने योगेन्द्र निषाद ग्राम द्वारतरा के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है. पीड़िता ने योगेंद्र पर शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण करने का आरोप लगाया है औऱ मामले की जाँच कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

परिजनों ने बताई आपबीती

इस मामले की पड़ताल करने पीड़ित युवती के गृह ग्राम पेंड्रा पहुंचकर परिजनों के बीच जानकारी लिए जाने पर आपबीती बया करते हुए उन्होंने कहा की योगेन्द्र निषाद का अक्सर अपने नाना के गांव पेंड्रा आना जाना लगा रहता था. वहीं प्रार्थी के भाई से भी उनकी गहरी दोस्ती बनी हुई थी व उनके भाई के साथ आरोपी रायपुर में राजमिस्त्री काम करता था. आरोपी पीड़िता का मोबाइल नंबर मिलने के बाद बीते 3-4 महीने तक उससे फोन पर बात करता था. उसके बाद शादी का झांसा देकर उसका शरीरिक शोषण करने के बाद वह अपने घर चला गया.

आरोपी युवक ने पहचानने से किया इंकार

इस बीच इस घटना की जानकारी पीड़िता ने परिजनों की दी. जिसके बाद परिजनों ने युवक से इस बारे में बात कर शादी करने की बात कहीं तो य़ुवक युवती और परिजनों को पहचानने औऱ शादी करने से इंकार कर दिया. इस मामले की लिखित शिकायत फिंगेश्वर थाने 3 नवम्बर को किये जाने के बावजूद भी आज तक कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित युवती सहित परिवार मानसिक संवेदना से पीड़ित है.

महिला सेल को कार्रवाई करने का हवाला

इस मामले में जब फिंगेश्वर थाना के नगर निरीक्षक संतोष सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीड़िता युवती की प्राप्त शिकायत को महिला सेल गरियाबंद जिला कार्यालय भेजा गया है. फिंगेश्वर में महिला सेल नहीं होने की स्थिति में किसी भी महिला के ऊपर गंभीर आरोप लगने से जाँच व कार्यवाही करने के लिए महिला सेल जिम्मेदार है.

जांच के बाद मामला होगा स्पष्ट

अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या कोई कार्रवाई की जाएगी या फिर यूं ही ऐसे ही महिला सेल का हवाला देकर कार्रवाई को टाल दिया जाएगा. फिलहाल ये तो जांच का विषय, जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा कि पीड़िता के साथ ऐसा दुराचार किया गया है या नहीं.