रायपुर- फाॅरेस्ट लैंड में रिसार्ट बनाए जाने के आरोप के बीच सरकार के वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि- बिलो द बेल्ट वॉर करना राजनीति में ठीक नहीं. मैंने अपनी राजनीतिक जीवन मे ऐसी राजनीति कभी नही की. उन्होंने बड़े षडयंत्र की ओर इशारा करते हुए कहा कि-अगर सूत कपास होगा, तो जुलाहों में लठम लट्ठा होगा और बिना कपास के लठम लट्ठा हो रहा है, तो कहीं ना कहीं षड्यंत्र है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पंच से लेकर मुख्य सचिव तक, जो भी यह प्रमाणित कर देगा कि गलती हुई है, तो ये जमीन मैं सरकार को सरेंडर कर दूंगा. उन्होंने विरोधियों को नसीहत भरे अंदाज में कहा कि- इस तरह गंदी राजनीति करने वालों को अपने परिवार की चिंता करनी चाहिए.
जमीन मामले में परिजनों का नाम सामने आने के बाद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया के सामने दस्तावेज पेश करते हुए दावा किया कि जमीन नियमों के तहत ही खरीदी गई. राजस्व विभाग द्वारा 16 बिंदुओं की प्रक्रियाओं का पालन किया गया. जमीन क्रय करने के पहले समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया. उन्होंने कहा कि एक सामान्य व्यक्ति जिस तरीके से जमीन खरीदता है, ठीक उसी तरह से जमीन खरीदा गया है. चुनाव आयोग के सामने भी बकायदा इसका डिक्लेयर किया गया है.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह 2009 का मुद्दा है, यह समझ के परे हैं कि आखिर 2017 में इस मामले को इस तरह क्यों उठाया जा रहा है. जमीन की गड़बड़ी का नोटिस भी कभी किसी ने नहीं दिया, यदि दिया है, तो मुझे उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि 37 सालों की राजनीति में मैंने कभी फायदा नहीं उठाया.
राजनीति में मैं हूं, मेरी पत्नी और बेटा नहीं, भगवान के लिए उन्हें ना घसीटा जाए
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मेरी जानकारी में ये तथ्य भी है कि षडयंत्रकारी ऐसी और रिपोर्ट प्रकाशित करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में मैं हूं, मेरी पत्नी और बेटा नहीं, भगवान के लिए उन्हें ना घसीटा जाए. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विष्णु साहू ने कहीं ऐसा बयान नहीं दिया कि उन्होंने जमीन नहीं बेची है. उन्होंने आशंका जताई कि विष्णु साहू को बहकाने और दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है. षड्यंत्र कारी भी उस किसान तक जाकर उसे बहकाते होंगे, इसलिए अब विष्णु साहू ऐसा बयान दे रहा है. बृजमोहन ने कहा कि मुझे ये भी नही पता था कि मेरी पत्नी और बेटे के नाम पर ये जमीन है. व्यवस्ताओं की वजह से मैं इन सब चीजों को नही देखता. बृजमोहन ने कहा कि देश की कोई भी जांच एजेंसी मुझे या मेरे परिवार को दोषी बताती है, तो मैं जमीन सरकार को लौटा दूंगा. मैं राजस्व मंत्री रहा हूँ, उस जमाने में जब मुझ पर आरोप नहीं लगे, तो अब कैसे लग सकता हैं. उन्होंने कहा कि किसान के खाते में जमीन दर्ज था. दस्तावेजों में उसे मालिकाना हक दिखाया गया था. विभागों ने सरकारी खाते में नाम नहीं चढ़ाया. सरकारी रिकॉर्ड में उसका बयान है. बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी कहा कि जमीन खरीदने के बाद ऋण पुस्तिका मेरी पत्नी के नाम जारी किया गया है.
डाॅ. रमन सिंह से मेरे रिश्ते मधुर
पत्रकारों के सवालों के बीच बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने उनके रिश्ते अच्छे और मधुर हैं. उनके साथ उनका पारिवारिक रिश्ता है. उन्होंने कहा कि डाॅ.रमन सिंह हमारे नेता है. षड्यंत्र कारियों को कैसे जवाब देंगे के सवाल पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- आगे- आगे देखिए होता है क्या ?