छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में पिता ने चौकीदारी कर बेटे को पढ़ाया है. आज आए 12वीं बोर्ड के परीक्षा के नतीजों में बेटे ने पिता समेत पूरे परिवार का नाम रौशन किया है और पीयूष कन्नौजिया ने टॉप 10 की लिस्ट में 7 वां स्थान प्राप्त किया है. वे आर्ट्स लेकर पढ़ाई कर रहे है और आगे UPSC की तैयारी करना चाहते है.
CGBSE 12th Result 2024 : प्रतीक चौहान. रायपुर/बलरामपुर. बलरामपुर के छोटे से गांव शिवारी के रहने वाले पीयूष कुमार कन्नौजिया (PIYUSH KUMAR KANNOJIYA) ने 12वीं की परीक्षा में 7 वां स्थान प्राप्त कर न केवल अपना बल्कि पूरे परिवार का नाम रौशन किया है. पीयूष के पिता वनविभाग में चौकीदार (संविदा पर) है. मां मितानिन है. पीयूष ने बताया कि घर की कुल आय महज 13 हजार रूपए हैं. ये करीब 8 हजार रूपए थी, लेकिन पिता की सैलरी कुछ महीने पहले ही 12 वर्षों बाद बढ़ी है.
लेकिन पिता जितेंद्र कुमार कन्नौजिया ने बेटे की पढ़ाई के लिए कभी कोई कसर नहीं छोड़ी. बेटा पढ़ लिखकर परिवार का नाम रौशन करें इसलिए उसे हर वो किताब दिलाई जिससे उसे पढ़ाई में मदद मिले. पिता पीयूष को रोजाना कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते.
बाबा ने रात-रात जागकर की ‘चौकीदारी’
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में पीयूष ने बताया कि उनके बाबा (दादा) तीसरी तक पढ़े है. दादी कभी स्कूल नहीं गई. यही कारण है कि उनकी इच्छा ये थी कि घर का बेटा पीयूष पढ़ लिखकर घर का नाम रौशन करें.
पीयूष कहते है कि मेरे बाबा मुझे रात में 2-3 बजे उठा देते थे और मैं जितनी देर तक पढ़ता था वो भी मेरे साथ जागते रहते थे. नतीजे आने के बाद उनके आंसू नहीं थमे और उनके दादा-दादी करीब आधे घंटे तक खुशी के मारे रोते रहे.
वहीं मां ने पीयूष को परीक्षा के 5-6 माह पहले मोबाइल ले लिया और केवल पढ़ाई पर फोकस करने प्रेरित करते थे. यही कारण है कि अब टॉप 10 की लिस्ट में उनका नाम आने के बाद घर के फोन की घंटियां घन-घनाने से नहीं थम रही है.
कच्चे मकाम में रहता है पूरा परिवार
पीयूष के मुताबिक उनका पूरा परिवार कच्चे मकान में रहता है, जिसमें 3 कमरे है. हालांकि अब घर के पास ही उनका नया घर बन रहा है, पीयूष आगे और पढ़ाई कर यूपीएससी की तैयारी करने की इच्छा रखते है और उन्हें उम्मीद है कि वे जरूर कामयाब होकर परिवार का नाम रौशन करेंगे.