International Nurses Day 2024: जानिये कौन थीं Florence Nightingale, जिनके नाम दिया जाता है मेडल

अंतरराष्‍ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुआत साल 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस की ओर से गई थी.

हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्‍मदिन पर अंतरराष्‍ट्रीय नर्स दिवस को मनाया जाता है.

फ्लोरेंस नाइटिंगेल एक महान नर्स थीं, जिन्‍होंने अपना पूरा जीवन लोगों की नि:स्‍वार्थ सेवा में बिता दिया.

12 मई, 1820 को इटली के फ्लोरेंस में जन्‍मी फ्लोरेंस नाइटिंगेल काफी समृद्ध परिवार से ताल्‍लुक रखती थीं. उनके पिता एक बैंकर थे.

पढ़ाई पूरी करने और नर्सिंग सीखने के बाद साल 1853 में फ्लोरेंस ने लंदन में महिलाओं का एक अस्पताल खोला.

1854 में जब क्रीमिया युद्ध हुआ. उस समय नर्स के ग्रुप को वहां भेजा गया. क्रीमिया में पहुंचकर नर्सों ने देखा कि वहां हालात बदतर हैं.

नर्सिंग की दुनिया में फ्लोरेंस नाइटिंगेल का वो योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता.

आज भी दुनिया में कहीं भी नर्सिंग का प्रशिक्षण पूरा होने पर नर्सों को ‘'नाइटिंगेल प्रतिज्ञा' दिलवाई जाती है.

र्सिंग के क्षेत्र में उनके नाम पर मेडल दिया जाता है. ये मेडल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ा मेडल है.

इसे  'फ्लोरेंस नाइटिंगेल मेडल' के नाम से जाना जाता है.

International Nurses Day : हर साल 12 मई को ही क्यों मनाया जाता अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस? जानें इतिहास