अजय नीमा, उज्जैन। निरंजनी अखाड़े की निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पूरी उर्फ ममता जोशी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। अब उन पर खिलाफ जयपुर के संत से भी रुपए ऐंठने का आरोप है। महामंडलेश्वर संत नर्मदाशंकर पुरी ने महाकाल थाने में उनके खिलाफ 8,90,000 रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया है।
निरंजनी अखाड़े की निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी के अब बुरे दिन आ गए हैं। करीब एक सप्ताह पहले तक उनके खिलाफ चिमनगंज थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। इस ठगी पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी ने मंदाकिनी पूरी को निरंजनी अखाड़े से निष्कासित कर दिया। इस निष्कासन के बाद महामंडलेश्वर सुमनानंद, महामंडलेश्वर अन्नपूर्णागिरी, कथावाचक भगवान बापू ने मंदाकिनी पूरी पर कई तरह के आरोप लगाए थे।
इन आरोपों के बाद मंदाकिनी पूरी सुर्खियों में ही बनी हुई थी कि महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर पुरी ने भी उज्जैन पहुंचकर धोखाधड़ी की जानकारी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव को दी। इसके बाद मंदाकिनी पुरी के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत धोखाधड़ी का केस महाकाल थाने में दर्ज करवाया है।
1 साल में की 8,90,000 की ठगी
जयपुर से आए महामंडलेश्वर नर्मदा शंकर पुरी ने बताया कि 31 मार्च 2023 को मंगलनाथ मार्ग स्थित नागचंद्रेश्वर धाम पर निष्काषित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पूरी द्वारा उनका पट्टाभिषेक करवाया गया था। इस आयोजन में कई वरिष्ठ संत मौजूद थे। जिनकी उपस्थिति में नर्मदा शंकर पुरी को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी। महामंडलेश्वर बनाने के लिए मंदाकिनी पूरी ने मुझे से राशि ली ही गई थी। लेकिन इसके बाद भी मंदाकिनी पुरी लगातार महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर मुझसे पैसे मांगती रही। उनका कहना है कि 27 मार्च 2023 से लेकर 5 फरवरी 2024 तक मंदाकिनी पुरी के फोन पे पर करीब 30 ट्रांजैक्शन किए गए। जिसमें करीब 8,90,000 की राशि मंदाकिनी पूरी को दी गई। महामंडलेश्वर नर्मदा शंकर पुरी ने इस ट्रांजैक्शन की डिटेल के साथ ही कुछ कॉल रिकॉर्डिंग भी पुलिस को उपलब्ध करवाई है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का कहना कि महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर भोले-भाले संतों से लाखों रुपए की ठगी करना गलत है। संत होकर ऐसे काम को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मंदाकिनी पुरी ने संतों के साथ चीटिंग की है, जिसके लिए पुलिस में शिकायत की जा चुकी है। अब इस मामले में पुलिस ही आगामी कार्रवाई करेगी। आपने यह भी बताया कि हमने मंदाकिनी पूरी को निरंजनी अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। इस मामले में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी के मेडिकल स्टेटस की जानकारी निकाली जा रही है। इस मामले में जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतबल है कि महामाया आश्रम के महंत सुरेश्वरानंद से 7.50 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाते हुए धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया था। इसके बाद कई संत इनके खिलाफ उत्तर आए थे। उन्होंने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी से यह शिकायत की थी कि मंदाकिनी पुरी किसी न किसी तरीके से उन्हें ठगना चाहती थी। लेकिन उन्होंने मंदाकिनी पूरी पर भरोसा नहीं जताया वरना आज उन्हें भी लाखों की चपत लग जाती। धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने के बाद मंदाकिनी पुरी ने जहरीला पदार्थ गटक लिया था। इसके बाद से ही वह जिला चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती है। अभी उनकी हालत में सुधार तो है, लेकिन वह कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं।
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