पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। अवैध खनन रोकने खनिज विभाग ने अवैध घाट पर बीच में 25 फीट की लंबी दीवार खड़ी कर दी. यह दीवार सोंधूर ओर पैरी नदी में हो रहे अवैध खनन को रोकने में कारगर साबित हुई, लेकिन महानदी के खदानों में अब भी अवैध खनन जारी है. परसदा जोशी के पंचायत प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप बताया कि रास्ते पर बनाए अवरोध को हटाकर रेत माफिया फिर से अवैध परिवहन कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें : नाम बदलने की राजनीति: भूपेश सरकार ने BJP सरकार की चल रही शिक्षा व श्रम की कई योजनाओं का बदला था, जिस आत्मानंद पर कर रहे राजनीति, उसे भी 2019 में किया था परिवर्तित…
गरियाबंद जिले में हो रहे अवैध खनन और इससे पैदा हो रहे विवाद से निपटने के लिए गरियाबंद खनिज विभाग ने नया तरीका अपनाया है, जो कारगार साबित होता नजर आ रहा है. फिंगेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली सिंघोरी और चौबे बांधा रेत खदान की निकासी मार्ग पर 25 फीट लंबी 4 फीट चौड़ी दीवार का निर्माण कर किया है. सिंघोरी और चौबे बांधा की रेत खदान में खनन को लेकर शासन की ओर से किसी तरह स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है. इसके बावजूद रेत माफिया काफी लंबे समय से इस खदान से अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं.
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कई बार शिकायत के बाद जब खनिज अधिकारी गरियाबंद से यहां तक पहुंचते हैं, तब तक मशीन और गाड़ियां दोनों ही मौके से गायब हो जाती हैं. इसके चलते खनिज विभाग की कार्यप्रणाली के ऊपर सवाल उठने लगे थे. इसी बात से परेशान खनिज अधिकारी ने गरियाबंद कलेक्टर के साथ मीटिंग के बाद इस अनोखे तरीके की कार्यवाही को अंजाम देना शुरू किया है.
यूट्यूबर की हुई थी पिटाई
बीते दिनों चौबे बांधा रेट घाट पर खनिज विभाग के द्वारा कार्रवाई कर चैन माउंटेन मशीन को सील कर दिया गया था, परंतु खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद थे कि वह मशीन की सील को तोड़कर दोबारा से रेत का खनन शुरू कर देते थे. इसी गांव में खनन माफियाओं के गुंडों ने चेहरे पर नकाब पहनकर खदान से वीडियो बनाकर निकल रहे यूट्यूबर और उसके साथी की दोपहिया वाहन को रास्ते में रोककर गाली-गलौच करते हुए मारपीट की थी. इसके बाद मीडिया ने इस अवैध खदान के संचालन और यूट्यूबर के साथ हुई मारपीट को लेकर जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे.
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अब इसी तरह की कार्रवाई
गरियाबंद खनिज अधिकारी फगुलाल नागेश ने बताया कि सिंघोरी और चौबे बांधा रेत खदान पर जाने का रास्ता एक ही है, और दोनों ही अवैध खनन को लेकर उनके द्वारा कई बार करवाई की गई है, परंतु कार्रवाई होने के तुरंत बाद अवैध खनन करने वालों के द्वारा वहां पर फिर से उत्खनन शुरू कर दिया जाता था. इस सब को देखते हुए गरियाबंद कलेक्टर से इस बारे में चर्चा की गई और यह रास्ता निकाला गया कि अवैध खनन वाली खदानों पर निकासी वाले स्थान पर या तो दीवार बनाकर रास्ता ब्लॉक कर दिया जाएगा, और जहां पर समतल जगह नहीं है वहां पर मशीन से गड्ढा खुदवा कर रास्ते को ब्लॉक कर दिया जाएगा, जिससे रेत परिवहन करने वाले वाहन खदान में आना-जाना ही न कर सके.
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परसदा जोशी के पंचायत प्रतिनिधि लामबंद
परसदा जोशी पंचायत के महिला सरपंच सुनीता बेनराज सोनी के नेतृत्व में आधा दर्जन महिलाओं ने मंगलवार को कलेक्टर से भेंट कर ज्ञापन दिया था. महिलाओं की शिकायत थी कि गांव में हो रहे अवैध रेत परिवहन को रोकने पंचायत ने रेत माफिया द्वारा बनाए रास्ते को तोड़ दिया था, लेकिन मुन्ना कुर्रे ने फिर से रास्ता बना कर अवैध परिवहन शुरू कर दिया है. शिकायत में कहा गया कि गांव के गलियों में दिन-रात हैवी वाहन रेत भर कर दौड़ रहे हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है. पंचायत के इस ज्ञापन के बाद कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
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