काम की तलाश में दुबई गया हिंदू शख्स… और फिर मुसलमानों ने किया...
काम की तलाश में दुबई गए हिंदू युवाओं ने मुसलमानों को लेकर अलग धारणा पेश की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के औरंगाबाद के रामेश्वर साव कहते हैं, मेरे गांव में आसपास कोई मुस्लिम परिवार नहीं है
लेकिन 2015 में काम की तलाश में सऊदी जाना पड़ा, वहां मुसलमान मेरे रूममेट बन गए, जिनमें कुछ पाकिस्तानी भी थे.
मुसलमानों को लेकर आतंकवादी और कट्टर वाली जो छवि मेरे मन में गढ़ी गई थी, वो साथ रहने पर दूर हो गई.
राजन कहते हैं किसी मुस्लिम ने उन्हें काम के लिए कतर भेजा था. वहां, कई रूममेट उनके मुस्लिम ही बन गए.
राजन कमरे में ही पूजा करते हैं और मुसलमान दोस्त उसी कमरे में नमाज़ पढ़ते हैं.
2023 के पहले 7 महीनों में भारतीय मज़दूरों की तादाद 50 प्रतिशत बढ़ी है और इसमें सबसे ज़्यादा यूपी-बिहार के हैं.
पटना में हर साल लगभग तीन से चार लाख पासपोर्ट जारी किए जाते हैं.
बई में मजदूरों को मिलने वाली एवरेज सैलरी 2000 दिरहम (दुबई की मुद्रा) है.
भारतीय रुपयों के अनुसार यह वेतन 45,000 है.