मोहिनी एकादशी: प्रत्येक महीने की एकादशी तिथि को भगवान श्री विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन ही एकादशी व्रत किया जाता है। वैष्णव समाज और हिन्दू धर्म के लिए एकादशी व्रत महत्वपूर्ण और पुण्यकारी माना जाता है। इस व्रत को करने वाला दिव्य फल प्राप्त करता है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है। इस बार मोहिनी एकादशी आज 19 मई को है। एकादशी पर अलग-अलग उपाय के अलग अलग फल मिलते हैं।
उन्नति के लिए: अगर आप अपनी आर्थिक उन्नति चाहते हैं, तो एकादशी के पर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ कपड़े पहन लें और तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ कहते हुए 11 बार तुलसी के पौधे को प्रणाम करें। ऐसा करने से आपके लिए उन्नति के योग बनेंगे।
बिजनेस में लाभ के लिए: आपके बिजनेस में धीमी गति से लाभ हो रहा है, तो एकादशी की शाम भगवान विष्णु की पूजा के समय पीला कपड़ा लेकर उसमें 2 हल्दी की गांठ, एक चांदी का सिक्का और एक पीले रंग की कौड़ी रखकर उसकी पोटली बनाकर दें। अगर चांदी का सिक्का नहीं है, तो साधारण एक रूपये का सिक्का उस पोटली में रखें। फिर उस पोटली को भगवान विष्णु का आशीर्वाद लेकर अपनी तिजोरी में लें। ऐसा करने से आपका व्यापार तेजी से चलने लगेगा।
सफलता पाने के लिए: अगर आप एकादशी के दिन किसी शुभ काम के लिए बाहर जा रहे हैं, तो घर से निकलते वक्त हल्दी का तिलक लगाएं, इससे आपके काम बनेंगे। कुछ दिन बाद अगर आप किसी जरूरी काम से बाहर जाने वाले हैं, या किसी बिजनेस मीटिंग के लिए जाने वाले हैं, तो एकादशी की शाम सफेद सूत का एक लंबा धागा को हल्दी से रंग दें और श्री हरि के चरणों में लगाकर, उसमें सात गांठें बांधकर, अपने पास रखें। जब भी काम के लिए बाहर जाएं तो इस धागे को अपनी जेब या पर्स में रख लें।
आर्थिक सुधार के लिए: अगर हर कोशिशों के बाद भी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा है, और धन लाभ नहीं हो पा रहा है, तो एकादशी पर श्रीहरि विष्णु के निमित्त कामदा एकादशी का उपवास रखें। इसके अलावा पीले रंग के रेशमी कपड़े में सात हल्दी की गांठें बांधकर केले के पेड़ के नीचे दें। ऐसा करने से आपको जल्द लाभ मिलेगा।
करियर में तरक्की के लिए: करियर की तरक्की के लिए या बिजनेस को एक नए मुकाम तक पहुंचाने के लिए एकादशी पर एक पीपल के पत्ते पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं और श्रीहरि के चरणों में ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ कहते हुए अर्पित कर दें। साथ ही पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। मिठाई के अलावा आप केले चढ़ा दें।