परवेज खान, शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी अग्निकांड मामले में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने भूअर्जन शाखा और शिकायत शाखा में आगजनी करने वाले कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लोअर नदी परियोजना में मुआवजा घोटाले की फाइल जलाने की नीयत से आग लगाई गई थी। कर्मचारी ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। 

शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि मेंटेना कंपनी लोअर नदी परियोजना का कार्य कर रही थी। इस मामले में मुआवजा घोटाले की फ़ाइल जलाने कंपनी के कम्प्यूटर ऑपरेटर रूप सिंह परिहार ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट के भू अर्जन शाखा एवं शिकायत शाखा में आग लगाई थी।  पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार। बताया जा रहा है कि इस घोटाले ओर भी लोग शामिल हो सकते हैं। यह पूरा घोटाला 30 करोड़ से ऊपर का बताया जा रहा है। 

एसपी ने पूरे मामले में बताया कि कलेक्ट्रेट से भू अर्जन शाखा में एक और एफआईआर हुई जिसमें घोटाले की फाइल जली थी। इसमें फर्जी बिल लगाकर 20 लाख रुपए निकाले गए थे। आगजनी के बाद CCTV फुटेज की जांच की गई। इस दौरान पुरानी फुटेज भी देखी गई जिसमें दो आरोपियों ने दोपहर के समय पहले रेकी की थी। आरोपियों की पहचान की गई जिसमें रूप सिंह परिहार भू अर्जन घोटाला में सम्मिलित था। आरोपी आग लगाने के दौरान मौजूद नहीं था। उसके सहयोगी राहुल परिहार और जितेंद्र ने इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। फ़िलहाल आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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