रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को एक मीडिया इंटरव्यू में प्रदेश में नक्सलवाद और इसके खात्मे पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने नक्सलवाद का साथ देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश को नक्सली राज्य की छवि को बदलने के लिए सरकार के अलावा मीडिया और राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम जनता की भी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है।
छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सली राज्य होना दुखद : CM साय
सीएम साय ने कहा, कि छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सली राज्य के रूप में होना मन को बेहद टीस देने वाला है। इस छवि को बदलना होगा। इसमें सरकार के अलावा राजनैतिक दल, मीडिया जगत और पूरे समाज यहां तक कि हर आम नागरिक को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की तस्वीर और तकदीर दोनों बेहतर करने की दिशा में काम कर रही है। “हमने ही बनाया है, हम ही संवारेंगे” के सूत्र वाक्य को धारण कर मोदी जी की गारंटी पर काम करते हुए हम प्रदेश को ‘विकसित छत्तीसगढ़’ बनाने तैयार हैं।
खनिज उत्पादन में छत्तीसगढ़ का 21.09 योगदान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, कि मां कौशल्या की यह पावन धरती रत्नगर्भा है। यह धान का कटोरा कोयला, लौह अयस्क, डोलोमाइट, बॉक्साइट, चूना पत्थर और टिन के भंडार से भरा है। देश के खनिज उत्पादन में छत्तीसगढ़ महतारी का योगदान 21.09 प्रतिशत, लौह अयस्क में 17.61 प्रतिशत, चूना पत्थर में 11.70 प्रतिशत, बॉक्साइट में 3.57% जबकि टिन अयस्क में शत-प्रतिशत है। यहां उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण है। 2030 तक हम 300 मिलियन मतलब लगभग 30 करोड़ टन प्रतिवर्ष स्टील उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। कुछ वर्षों में हम देश के दूसरे सबसे बड़े स्टील उत्पादक राज्य होंगे। इसके बावजूद देश-विदेश में छत्तीसगढ़ को केवल नक्सली प्रभावित राज्य के रूप में पहचान मिलना ठीक नहीं है। यह पहचान हमें बदलना है।
2 साल में नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य
सीएम साय ने कहा, कि छत्तीसगढ़ के छोटे हिस्से में सिमटी नक्सल समस्या से हमारी डबल इंजन की सरकार मजबूती से लड़ रही है और हम इस के विरुद्ध लड़ाई में कामयाब होंगे। आने वाले 2 वर्षों में छत्तीसगढ़ को नक्सल समस्या से पूरी तरह मुक्त करना हमारा लक्ष्य है, जो अवश्य पूरा होगा।
सीएम साय का विपक्ष पर हमला
सीएम साय ने कहा, कि यह दुर्भाग्यजनक है कि विपक्ष नक्सल उन्मूलन की राह में रोड़ा बनकर खड़ा हो गया है। कई बार वही कहता है जो नक्सली चाहते हैं। मीडिया हेडलाइंस में आने के लिए विपक्ष कुछ भी बोलने को तैयार खड़ा है, चाहे उससे प्रदेश का कितना भी नुकसान क्यों ना हो। यह ठीक नहीं है।
नियद नेल्लानार योजना
सीएम साय ने कहा, कि ‘नियद नेल्लानार’ जैसी योजना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास का सुखद एहसास करा रही है। यह योजना बेहद सफल रही है। तेंदूपत्ता का 5500 रुपये मूल्य आदिवासी वनवासियों का जीवन सरल करेगा।
कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी : सीएम साय
सीएम साय ने कहा, कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है। खुद स्व. राजीव गांधी यह स्वीकार कर चुके थे कि उनकी सरकार से जनता के लिए भेजे गए एक रुपये में से पचासी पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। भूपेश बघेल की सरकार ने भी यही किया। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी कांग्रेस सरकार को उनके इन्हीं कर्मों की वजह से जनता ने रसातल में डुबो दिया।
आचार संहिता के बाद सरकार के कामकाज में आएगी गति
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, कि जनता और कार्यकर्ता की बदौलत ही आज उन्हें इस जगह से जनता के हितों के लिए काम करने का मौका मिला है। उनकी सरकार छत्तीसगढ़ के बेहतर भविष्य के लिए काम कर रही है। मोदी की कुछ गारंटी पूरी हुई है और बाकी भी पूरी करेंगे। फिलहाल आचार संहिता लागू है। यह समाप्त होते ही सरकार का कामकाज गति पकड़ेगा।
2047 के लिए साय सरकार का लक्ष्य
सीएम साय ने कहा, कि 2047 के छत्तीसगढ़ के लिए ठोस कार्य योजना पर काम चल रहा है। विकसित भारत में विकसित छत्तीसगढ़ की सबसे अच्छी भागीदारी हो, यही उनकी सरकार का लक्ष्य है।
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