जांजगीर-चांपा. कोसा, कांसा और कंचन की नगरी जांजगीर चांपा में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भू-अधिग्रहण बिल को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी ने संसद में कांग्रेस की वजह से इस बिल को खत्म नहीं कर पाया तो अपने बीजेपी शासित राज्यों के माध्यम से इस बिल को कमजोर कर दिया. अब किसानों को उनकी जमीन वापस नहीं मिल रही.

जांजगीर चांपा जिला में डा. रमन सिंह ने उद्योग लगाने 52 एमओयू किया था, लेकिन जिले मेें मुश्किल से 3 उद्योग ही लग पाए. किसानों की जमीन ले ली गई, लेकिन उद्योग नहीं लगने पर किसानों की जमीन वापस नहीं की गई. राहुल गांधी ने मंच से कहा कि छत्तीसगढ में कांग्रेस की सरकार बन रही है. कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों की जमीन वापस की जाएगी.

प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोर्चा संभाला है. राहुल गांधी आज जांजगीर-चांपा पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आमसभा लेकर भाजपा पर जमकर बरसे. राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए की सरकार में किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण बिल लाया था. आदिवासियों के लिए पेसा कानून बनाया था. लेकिन बीजेपी की सरकार बनते ही इन कानूनों की हत्या कर दी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि अधिग्रहण बिल को संसद में खत्म करने की कोशिश की गई. कांग्रेस ने संसद से लेकर सड़क तक किसानों की हक की लड़ाई लड़ी. कांग्रेस की वजह से भाजपा ने भूमि अधिग्रहण बिल को खत्म नहीं कर पाया तो उन्होंने दूसरा रास्ता अपनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राज्यों की सरकार से भूमि बिल को कमजोर करने कहा गया. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और झारखंड में भूमि अधिग्रहण बिल को कमजोर कर दिया गया. इस वजह से छत्तीसगढ़ में किसानों की जमीन ले ली गई और उद्योग नहीं लगाया.

राहुल गांधी ने बताया कि भूमि अधिग्रहण बिल में प्रावधान किया गया था कि किसानों के पूछे बिना उनकी जमीन नहीं खरीद सकते. उद्योगपतियों को बाजार रेट से चार गुना कीमत पर जमीन खरीदनी थी.  इसके साथ ही 5 साल में अगर उद्योग नहीं लगा तो किसान की जमीन वापस करने कानून में लिखा गया था. लेकिन मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने राज्य में जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी उद्योग नहीं लगाया. और उद्योग नहीं लगने पर छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों की जमीन वापस नहीं किया.

चौकीदार के रहते चोर भाग गया

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. जीतने के बाद वादा नहीं निभाया. उन्होंने किसानों को उनकी फसल का सही दाम देने और हर बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपए डालने का वादा किया था. राहुल गांधी ने सभा में उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या 15 लाख रुपए खाते में आया क्या? भाजपा के जीतने के बाद आपके खाते में 5 रुपए भी नहीं आया. उस समय मोदी के झूठे वादों के चलते काफी लोगों ने समर्थन किया. और लोगों ने मोदी को प्रधानमंत्री बना दिया, उन्होंने बोला था कि मुझे प्रधानमंत्री नहीं बनना मुझे देश का चौकीदार बनाओ, उनकी बात को सही मानकर देशवासियों ने नरेंद्र मोदी को देश का चौकीदार बनाया, लेकिन देश में एक चौकीदार के रहते हुए 12 लाख करोड़ रुपए 15-20 लोगों ने चपट वापस नहीं किया. इन उद्योगपतियों के साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए कर्जा माफ कर दिया. राहुल गांधी ने कहा कि देश में मनरेगा योजना में प्रतिवर्ष में 35 हजार करोड़ रुपए लगता है. इस राशि से देश में 10 बार मनरेगा लागू की जा सकती थी.

 

बिजली बिल हाफ और किसानों का कर्जा माफ

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 15-20 उद्योगों का 350 लाख करोड़ रुपए कर्जा माफ कर दिया. प्रधानमंत्री ने उद्योगों को दिए 12 लाख करोड़ रुपए वसूल नहीं कर पाए. कर्जदार उद्योगपति विजय माल्या, नीरवा मोदी और ललित मोदी देश छोड़कर भाग गया, और देश के चौकीदार ने कुछ नहीं किया. प्रधानमंत्री ने 15-20 उद्योगपति का कर्जा माफ कर दिया है लेकिन हिंदुस्तान के किसानों का कर्जा माफ नहीं किया. इस पर देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि किसानों का कर्जा माफ करना हमारी पॉलिसी नहीं. राहुल गांधी ने जांजगीर-चांपा के मंच से कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही दस दिन में किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा. बिजली बिल हाफ किया करने का वादा किया.