कुमार इंदर, जबलपुर। शहर में एक निजी अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया रहा था। अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के ही संचालित हो रहा था जिसमें ना तो डॉक्टर थे नहीं कोई सुविधा उसके बावजूद यहां पर मरीज भर्ती पाए गए। दरअसल कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना द्वारा बनाई गई एक जांच टीम जब बेदी नगर स्थित गढ़ा में संचालित एप्पल अस्पताल के निरीक्षण के लिए पहुंची। टीम ने देखा कि अस्पताल का ना तो रजिस्ट्रेशन है न ही यहां डॉक्टर है और नहीं अस्पताल में जो सुविधा होनी चाहिए थी वह भी नदारद है। यही नहीं अस्पताल में संचालित फार्मेसी का भी कोई लाइसेंस नहीं था जिसे प्रशासन की टीम ने सील कर दिया। इसके साथ ही प्रशासन ने अस्पताल में नए मरीजों की भर्ती पर भी रोक लगा दी है। अस्पताल में जबलपुर के अलावा दूसरे जिलों के भी मरीज भर्ती पाए गए।

पाई गई कई कमियां

प्रशासन की टीम में जब पूरे अस्पताल का जायजा लिया तो इसमें ना ही इलेक्ट्रिक सेफ्टी सर्टिफिकेट था ना ही फायर की व्यवस्था थी। अस्पताल में इमरजेंसी एग्जिट था। जांच करने पहुंची कुंडम एसडीएम मोनिका वाघमारे ने कहा कि अभी हमने अस्पताल में नए मरीजों के भर्ती पर रोक लगाई दी है। अस्पताल ने एक हफ्ते के अंदर लाइसेंस रिन्यू करने की बात कही है यदि एक हफ्ते के अंदर लाइसेंस रिन्यू नहीं होता है तो फिर अस्पताल को सील किया जाएगा।

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