कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। सिंधिया रियासत के महाराज और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पगड़ी रस्म का आयोजन हुआ। राजमाता माधवी राजे सिंधिया के त्रयोदशी पूजन, ब्राह्मण भोज के बाद पगड़ी रस्म आयोजित की गई। नदी गेट स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर पर सिंधिया अपने बेटे युवराज महानआर्यमन सिंधिया और बहनोई भांजे के साथ पहुंचे।

नदी गेट स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर पर सबसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हनुमानजी की पूजा की। इसके बाद मंदिर परिसर में एकांत में शाही पगड़ी रसम का आयोजन हुआ। रस्म के बाद सिंधिया ने मंदिर परिसर में राजशाही पोशाक पहनी और भगवान के फिर से दर्शन के बाद अपने बहनोई, भांजे और बेटे महानआर्यमन के टीका लगाया।

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पगड़ी रस्म के बाद सिंधिया परिवार के साथ महाराज बाड़ा गोरखी पहुंचे। जहां राजशाही परंपरा अनुसार कुलगुरु मंसूर शाह बाबा की पूजा अर्चना की। कुलगुरु की पूजा के बाद कटोराताल और छत्री मंडी स्थित पूर्वजों की छत्री पहुंचे। जहां सिंधिया ने पूर्वजों का आशीर्वाद लिया।

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गौरतलब है कि सिंधिया के जयविलास पैलेस में आज सोमवार को स्व. राजमाता माधवी राजे सिंधिया के तेरहवीं पर राज परिवार ने ब्राह्मण भोज और निकट संबंधियों के लिए भोज आयोजित किया था। परंपरा के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूजा की। इसके बाद ब्राह्मणों के साथ उन्होंने भोज किया।

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