Rajasthan News: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेश में आमजन को हीटवेव से राहत देने के लिए चिकित्सा संस्थानों में बेहतर प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। विभाग का प्रयास है कि लू और तापघात से किसी व्यक्ति को तकलीफ नहीं हो और पीडित रोगियों को तत्काल बेहतर उपचार उपलब्ध हो। उन्होंने राज्य स्तर से लेकर खण्ड स्तर तक अधिकारियों को फील्ड में जाकर हीटवेव प्रबंधन की सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं।
![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/05/Rajasthan-1.jpg)
चिकित्सा मंत्री सोमवार को प्रदेश में हीटवेव एवं मौसमी बीमारियों के प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस समीक्षा बैठक में सभी सयुक्त निदेशकों ने अपने अपने अधीन जिलों में हीटवेव प्रबंधन को लेकर की गई तैयारियों और गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
तत्काल उपलब्ध कराएं आवश्यक सुविधाएं
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिकित्सा संस्थानों में रोगियों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो। उन्होंने जहां भी कूलर, पंखे, एसी, वाटर कूलर आदि सुविधाओं की और आवश्यकता है, वहां तत्काल प्रभाव से आरएमआरएस फंड के माध्यम से यह सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। दवा और जांच सेवाओं में कोई गेप नहीं रहे। साथ ही आमजन को हीटवेव से बचाव एवं अन्य आवश्यक जानकारियां प्रदान करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
चिकित्सा मंत्री ने मुख्यालय से अधिकारियों को फील्ड में जाकर चिकित्सा संस्थानों का सघन निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला एवं खण्ड स्तर के अधिकारियों को भी अपनी परिधि में आने वाले चिकित्सा संस्थानों का नियमित निरीक्षण कर माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि हीटवेव प्रबंधन को लेकर जो कमियां सामने आएं उन्हें तत्काल प्रभाव से दूर करें। उन्होंने कहा कि यह समय पूरी प्रतिबद्धता के साथ जुटकर आमजन को राहत प्रदान करने का समय है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ये खबरें भी जरूर पढ़ें
- एक फोटो क्लिक करना पड़ा भारी, बुरे फंस गए एल्विश यादव, अब इस मामले में हुई FIR …
- EXCLUSIVE: MP में कितनी विशेष पिछड़ी जनजाति, किसे क्या मिल रहा ? जानिए पूरा लेखा-जोखा, कितनों के आधार कार्ड बने, कितनों को है जाति प्रमाण पत्र का इंतजार
- राजधानी में रैन वाटर हार्वेस्टिंग की नई इनोवेटिव टेक्नोलाॅजी से किया जा रहा है वर्षा जल संग्रहण, बिल्डरों और एनजीओ का लिया जा रहा सहयोग
- बैगा महिलाओं की मौत के बाद गांव पहुंचे जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ग्रामीणों से किया संवाद
- 28 जुलाई को हीराकुद बांध से इस मौसम का पहला बाढ़ का पानी छोड़ा जाएगा