अच्छा होगा कि संविधान पढ़ लें; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह सलाह दी है. प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक की ओर से लगाए गए उस आरोप पर यह नसीहत दी जिसके तहत केजरीवाल कहते हैं कि पीएम मोदी ही तय करते हैं कि कौन जेल जाएगा.

अरविंद केजरीवाल जब जेल से बाहर आए तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ही तय करते हैं कि कौन जेल जाएगा, वह कहते हैं कि पीएम के इशारे पर हेमंत सोरेन और मुझे जेल में डाला गया. इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘अच्छा होगा कि ये लोग संविधान पढ़ लें, देश के कानून- नियम पढ़ लें. मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं.’

ED-CBI और इनकम टैक्स का इस्तेमाल करके विरोधियों को दबाया जा रहा है, विपक्ष के इन आरोपों का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा मीडिया से सवाल है, विपक्ष ने आपको कूड़ा पकड़ा दिया उसे लेकर आप हमारे पास पहुंच जाते हैं. मीडिया वाले रिसर्च करें कि सरकार, प्रधानमंत्री से क्या सवाल पूछना चाहिए. जो कूड़ा-कचरा फेंक रहा है उनसे पूछिए ना कि जो आप कह रहे हैं उसका सबूत क्या है. यह ठीक है कि मैं इस कूड़े-कचरे को रिसाइकल करके उसको खाद में बदल दूंगा और देश के लिए कुछ अच्छी चीजें पैदा कर दूंगा.’

पीएम मोदी ने कहा आज गांव के सरपंच को साइन करने का अधिकार होता है, देश के प्रधानमंत्री को नहीं है. इतना नॉलेज नहीं है इन लोगों को. देश के प्रधानमंत्री के पास इस तरह का कोई अधिकार नहीं. मोदी सरकार ने अफसरों को कहा है कि मेरी सरकार करप्शन के विषय में जीरो टॉलरेंस, अब यह दफ्तर में बैठे लोगों का काम है कि उसको लागू करे.

पीएम मोदी ने कहा, ‘किसी जमाने में 10 साल में मनमोहन सिंह जी की सरकार थी 34 लाख पकड़ गए थे. मतलब किसी स्कूल बैग में आ जाए. अब ED ने 10 साल में 2200 करोड़ रुपए पकड़े हैं. यह तो TV पर दिखता है. जो 2200 करोड़ लाया है उसका सम्मान होना चाहिए कि गाली देनी चाहिए. गाली-गलौच कौन कर रहा है जिसके पैसे गए हैं. जिसने चोरी करके इकट्ठा किया था वह पकड़ा गया, वह चिल्ला रहा है.’