कंचन ज्वाला ‘कुंदन’, रायपुर। नेकी कर दरिया में डाल ये कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी. मगर अब आपके हर नेकी को दरिया में डालना नहीं बल्कि दीवार पर टांगना है. सुनकर थोडा अजीब जरूर लगता है मगर ये बात सौ फीसदी सच है. नगर निगम ने राजधानी में ‘ नेकी की दीवार’ नाम से एक पहल शुरू की है. रायपुर नगर निगम आयुक्त रजत बंसल और महापौर प्रमोद दुबे ने आज गांधी उद्यान में इस पहल का उद्घाटन किया है.
जरुरत है तो लें नहीं तो यहां दें
नेकी की दीवार की यह पहल वैसे तो ईरानी कांसेप्ट है. मगर प्राचीन समय में भारत में भी यह अवधारणा पॉटर सिस्टम के रूप में प्रचलित थी. वहीं पुरानी पद्धति अब नए कलेवर में लोगों के बीच कौतूहल का विषय बन चुका है. राजधानी के गांधी उद्यान में एक दीवार बना दी गयी है. आपके घर में जो भी अनुपयोगी चीजें है उसे यहाँ छोड़ आईये और ले आईये आपके जरुरत की चीजें.
शुरु दिन ही मिला अच्छा रिस्पांस
आपको बता दें कि इस पहल की आज शुरू दिन ही काफी लोगों ने उत्साह पूर्वक अनुपयोगी जूते, कपडे दीवार पर टांग दिए. सबसे ज्यादा कपड़ों का दान दिया गया. किसी ने दीवार पर पुरानी घडी टांग दी तो किसी ने पुरानी कॉपी- किताबें ही दीवार पर लटका दी.
समाजसेवी संस्था ‘जेसीसी’ संभालेगी जिम्मेदारी
हमारे लिए जो वस्तुएं अनुपयोगी है वह हो सकता है किसी और के लिए बहुत उपयोगी हो. नेकी की दीवार का यहीं मूल उद्देश्य है.लोगों को यहाँ अनुपयोगी सामान दान करने समाजसेवी संस्था जेसीसी अवेयर करेगी साथ ही जरूरतमंद लोगों तक ये वस्तुएं पहुंचे, इन सब बातों की भी संस्था ध्यान रखेगी. यहां अनावश्यक भीड़ न जुटे इसके लिए भी जेसीसी के सदस्य यहां हर पल मौजूद रहेंगे.