Rajasthan Crime News: उदयपुर. जिले के सायरा थाना क्षेत्र में तीन माह पूर्व एक महिला और उसकी नवजात की गुमशुदगी का मामला अब हत्या में तब्दील हो गया है. पुलिस जिस महिला और उसकी 12 दिन की बेटी को तीन माह से सब जगह तलाश रही थी, वे उनके ही घर के पिछवाड़े की जमीन में दफन थे. महिला के पति ने ही दोनों की हत्या की और बाद में वह सामान्य रूप से सभी के बीच घूम रहा था. बेटी का कसूर बस इतना था कि वह मां की मौत के बाद रो गई थी.

पुलिस ने आरोपी पति की निशानदेही पर घर के पिछवाड़े में खुदाई की तो महिला और नवजात के कंकाल मिल गए. पुलिस ने दोनों कंकाल का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया. गिर्वा डीएसपी गजेन्द्र सिंह ने मीडिया को बताया कि सायरा के पड़ोला फला निवासी पत्नी फूलकी बाई और 12 दिन की बेटी की हत्या के आरोप में दूदाराम गमेती को गिरफ्तार किया गया है.

पूछताछ में आरोपी ने तीन माह पूर्व फरवरी में फूलकी और 12 दिन की नवजात की गला दबाकर हत्या करना और घर के पीछे खाली जमीन में दोनों के शव दफन करना कबूला है. इसके बाद कलेक्टर से स्वीकृति लेकर आरोपी की निशानदेही पर उस जगह पर खदाई की गई. कब्र से दोनों के कंकाल बरामद हुए. फूलकी और उसकी नवजात बेटी की 29 फरवरी को थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई थी.

सिंहाड़ा निवासी मृतका के पिता चेनाराम कुछ दिन से बात नहीं होने पर बेटी-दोहिती से मिलने उसके घर पहुंचे. वहां न तो फूलकी मिली और न ही उसकी नवजात बच्ची. चेनाराम ने दामाद दूदाराम से पूछा तो उसने ढंग से जवाब नहीं दिया. पड़ताल के दौरान पुलिस को दूदाराम पर संदेह हुआ. तीन दिन पूर्व पुलिस ने दूदाराम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने फूलकी और 12 दिन की नवजात बेटी की हत्या करना कबूल कर लिया.

पुलिस ने बताया कि दूदाराम इतना शातिर है कि फूलकी की गुमशुदगी पर पुलिस ने प्राथमिक पूछताछ की तो वह पत्नी-बेटी के बारे में अनजान बना रहा, यहां तक कि तलाशने की बात कर सबको गुमराह करता रहा. पुलिस ने बताया कि दूदाराम शराब पीने का आदी है जिससे आए दिन दूदाराम और उसकी फूलकी बाई में झगड़े होते थे. फरवरी में एक दिन दूदाराम ने झगड़े के दौरान फूलकी बाई की गला दबाकर हत्या कर दी. दूदाराम पर हैवानियत इस कदर सवार थी कि उसने नवजात बेटी के रोने की आवाज सुनी तो उसकी भी हत्या कर दी. इसके बाद घर के पीछे खाली जमीन में दोनों के शव दफना दिए.

ये खबरें भी जरूर पढ़ें