नितिन नामदेव, रायपुर। बेमेतरा की बारूद फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. वहीं इस बीच उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन का बयान सामने आया है. उन्होंने घटना को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि निरंतर हर उद्योग की जांच हो ताकि दुर्घटनाएं रुके. इसके लिए सख्त नियम बनाने का भी अनुरोध किया गया है. आने वाले समय में जो भी नियम होंगे, उसका पालन कराया जाएगा ताकि लोग सुरक्षित रहें.

मीडिया से चर्चा करते हुए बेमेतरा हादसे को लेकर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि कई जगह दुर्घटनाएं हो रही हैं. बहुत सारे अधिकार अपने क्षेत्र में नहीं है. कई जांच की मांग आई है. इसलिए मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि निरंतर हर उद्योग की जांच हो ताकि दुर्घटनाएं रुके. बेमेतरा हादसे से प्रदेश चिंतींत है. इस हादसों में घर के कमाऊ व्यक्तियों का स्वर्गवास हो जाता है परिवार में दिक्कतें आती है. इसके लिए कड़े नियम बनाने की मुख्यमंत्री से निवेदन किया है. आने वाले समय में जो भी नियम होंगे. उसका पालन कराया जाएगा ताकि लोग सुरक्षित रहें. रोजगार के साथ साथ सेफ्टी भी जरूरी है. विभाग के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है. आने वाले समय में दुर्घटना ना हो इसके लिए विभाग चिंतित है.

अब तक हादसे में कितनी जांच हुई, FIR दर्ज नहीं होने और ग्रामीणों के धरने पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि घटना होने से पहले सचिव को पत्र लिखा था और दूसरे दिन ही घटना हुई. निरंतर सभी उद्योग की जांच कराई जाएगी. बॉयलर्स, स्वस्थ सेफ्टी की जांच हो इसके लिए पत्र लिखा है. सभी उद्योग की कड़ाई से जांच कराई जाएगी. कोई जनहानि न हो इसके लिए विभाग पूरी तत्परता से काम करेगा.

परिजनों ने क्या मुआवजे की राशि लेने से किया इनकार क्या बढ़ायी जाएगी राशि इसपर मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि घटना हुई है, घटना के लिए सभी दुखी हैं. परिवारों को मुख्यमंत्री ने पांच-पांच लाख रुपये देने का ऐलान किया है और कंपनी द्वारा भी दस लाख देने का ऐलान किया गया है. मृतक के परिवार पेंशन की भी पात्रता रखते है, बीमा की भी राशि मिलेगी. घायलों को 50 हज़ार देने का ऐलान किया गया है.

नयी उद्योग नीति को लेकर चर्चा पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि 2024-29 उद्योग नीति बनने वाली है. अधिकारियों से कहा गया है अन्य प्रदेशों के अच्छे उद्योगों की जानकारी लाएं. अचार संहिता के कारण अधिकारियों से चर्चा नहीं हुई है. अचार संहिता के बाद बैठक होगी और अच्छी उद्योग नीति बने ताकि बाहरी लोग भी छत्तीसगढ़ की नीति से प्रभावित हो और निवेश हो. बड़े उद्योग खुलेंगे तो लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. अभी की उद्योग नीति में खामियां है.

कांग्रेस ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट पर किए करोड़ खर्च मामले में मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि कांग्रेस सरकार की क्या बात बोलें, उनके कार्यकाल में कोई उद्योग यह नहीं चाहते थे. क्योंकि कांग्रेस के लोगों को पहला बड़ा भारी कमाई करना चाहते थे इसलिए उद्योगपति पीछे हट जाते थे. हमारी सरकार में किसी उद्योगपति को समस्या नहीं होगी. कमीशनखोरी नहीं चलेगी. कांग्रेस सरकार में पहले कमीशन की बात होती थी. ऐसे में उद्योग करने कौन आएगा. बीजेपी की सरकार में ऐसा नहीं होगा. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक अच्छा उद्योग स्थापित होगा.