रायपुर. बुध का वृषभ राशि में गोचर 31 मई को हो रहा है. बुध को ज्योतिष में ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है. बुध ग्रह बुद्धि, संचार क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति पर शासन करता है. इसके अलावा यह ग्रह जीवन के विभिन्न तत्वों तक फैला हुआ है. ग्रह गोचर सभी लोगों के जीवन पर बहुत गहरा असर पड़ता है. स्वास्थ्य से लेकर कॅरियर और आर्थिक जीवन से लेकर प्रेम जीवन तक पर असर पड़ता है.

ज्योतिष हेमल व्यास ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि 31 मई को बुध का वृषभ राशि में प्रवेश 12.02 बजे होगा. ज्योतिष अनुसंधान के अनुसार बुध के इस गोचर का देश, दुनिया और हर जातक पर प्रभाव पड़ेगा. ग्रह गोचर का विशेष तौर पर मेष, कन्या, मिथुन, कुंभ व तुला राशि को प्रभावित करेगा. बुध ग्रह लाइफ स्टाइल, कार्यशैली व बुद्धि ग्राहिता का पैमाना माना जाता है. अपने विचार दूसरों के सामने रखने का ढंग बुध ग्रह से भावित होता है.

मिथुन व कन्या का राशि स्वामी

बुध ग्रह को मिथुन व कन्या राशि का स्वामी माना गया है. मिथुन वाणी को प्रभावित करता है जिसके कारण विभिन्न भाषाओं का सरलता से ज्ञान प्राप्त कर सकता है. यह ग्रह संचार कौशल को भी प्रभावित करता है.

इन राशियों वालों को रहना होगा Alert

  • मेष-स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय खराब रहेगा. तंत्रिका से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
  • मिथुन-इस राशि के जातक को गले में संक्रमण या आंखों की समस्या आ सकती है.
  • सिंह-गले की समस्या के साथ त्वचा संबंधी विकार हो सकता है. उदर विकार भी संभावित है.
  • तुला-बुद्धि विकार, तनाव, अवसाद व आंख संबंधी समस्या हो सकती है.
  •  धनु- पैरों व घुटने में दर्द बढ़ सकता है, शरीर में पानी की समस्या आ सकती है. वृश्चिक-सिर दर्द, जोड़ों में दर्द अकड़न की दिक्कत में त्वरित उपाय अपेक्षित.

शिव की उपासना करें

ज्योतिष हेमल व्यास के अनुसार बुध ग्रह के गोचर से कुप्रभाव वाले जातकों को कुछ उपाय करना चाहिए. इसके लिए जातकों को शिव की उपासना, द्वादश शिवलिंग स्तुति, श्रीराम चरित में वर्णित शिव अष्टक का पाठ करना चाहिए.