लखनऊ. यूपी के औरैया जिले से मुंबई हमले के आतंकी अजमल कसाब का निवास प्रमाण-पत्र जारी होने की खबर से हड़कंप मच गया. इस फर्जीवाड़े ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं. मामले के बाद इस बात का खुलासा हो गया कि यूपी के सरकारी दफ्तरों में चंद रुपये देकर कोई भी किसी का फर्जी प्रमाण पत्र बनवा सकता है.

घटना से उत्तर प्रदेश शासन की सक्रियता सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है. मुंबई में 26 नवंबर 2008 को आतंकी हमला कर कत्लेआम मचाने वाले पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब का उत्तर प्रदेश के औराया जिले में निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया.

औरैया जिले की बिधूना तहसील से जारी हुए आतंकी अजमल कसाब के फर्जी निवास प्रमाण पत्र में उसका जन्म स्थान बिधूना दर्शाया गया है. 21 अक्टूबर 2018 को बने इस निवास प्रमाण पत्र का रजिस्ट्रेशन नंबर 181620020060722 दिया गया है.

फर्जीवाड़े का यह बड़ा मामला सामने आने के बाद एसडीएम ने प्रमाण-पत्र निरस्त करने के आदेश के साथ ही लेखपाल से इसका जवाब मांगा है. मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के दौरान अजमल कसाब एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी था, जो जीवित पकड़ा गया था. इसे चार साल तक पुणे की यरवदा जेल में रखने के बाद 26 नवंबर 2012 को ऑपरेशन एक्स के तहत फांसी पर लटका दिया गया था.

21 अक्टूबर को किसी ने कसाब का फोटो लगाकर आवेदन कर दिया, जिस पर लेखपाल की रिपोर्ट लगने के बाद एसडीएम ने निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया था. आवेदन में कसाब के पिता के स्थान पर मो. आमिर व मां के स्थान पर मुमताज बेगम लिखा हुआ है. आवेदन पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगा दी, जिसके बाद एसडीएम द्वारा कसाब का निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया.

मामले की जानकारी होने पर एसडीएम बिधूना प्रवेंद्र कुमार ने पूरे मामले की जांच करवाई, जिसमें आवेदन में दिए गए तथ्य गलत पाए जाने पर उन्होंने उक्त निवास प्रमाण-पत्र निरस्त करने के आदेश दिए. लेखपाल को नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.