Odisha News: भुवनेश्वर. 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 78 सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में अपनी पहली सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. पार्टी द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, नए भाजपा मुख्यमंत्री 10 जून को शपथ लेंगे. हालांकि, अब सबसे अहम सवाल ये है कि बीजेपी की इस पूर्ण बहुमत वाली सरकार का सीएम कौन होगा. जहां कई नेताओं के नाम चर्चा में है. वहीं भाजपा के सभी 20 नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य गुरुवार शाम को नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की. जबकि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जो संबलपुर लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे, पहले से ही नई दिल्ली में है.
बाकी लोग महत्वपूर्ण बैठक के लिए राष्ट्रीय राजधानी जा रहे हैं. उनके पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ सरकार गठन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने की संभावना है. नवनिर्वाचित सांसदों से राज्य में सरकार गठन के संबंध में अपने विचार व्यक्त करने की उम्मीद है. यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ओडिशा के लिए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस मुद्दे पर पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों की राय ले सकता है. केंद्रीय नेताओं द्वारा राज्य के पार्टी सांसदों के साथ चर्चा के बाद भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक होने वाली है. इसलिए सारा फोकस सीएम कैंडिडेट के चयन पर रहेगा, सभी निर्वाचित भाजपा सांसदों के पास व्यापक राजनीतिक अनुभव है. बीजेपी ने राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर जीत हासिल की है. पार्टी ने ओडिशा में बिना सीएम उम्मीदवार पेश किए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा. अपनी चुनावी रैलियों के दौरान, मोदी ने कहा था कि पार्टी 6 जून को सीएम उम्मीदवार चुनेगी, जो ‘भूमिपुत्र’ होगा और वह 10 जून को भुवनेश्वर में सीएम पद की शपथ लेगा. पार्टी की जोरदार जीत से संभावित मुख्यमंत्री को लेकर काफी अटकलें लगने लगी है.