भुवनेश्वर. ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने शनिवार को अपनी चुनावी हार और वीके पंडियन के चारों ओर की आलोचना पर चुप्पी तोड़ी हैं. उन्होंने ओडिशा की जनता से ये स्पष्ट कर दिया है कि वीके पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं है. एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, कि “यह लोगों के हाथ में है, लोकतंत्र में, आप या तो जीतते हैं या हारते हैं. लंबे समय बाद हारने पर, हमें हमेशा लोगों के निर्णय को सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए.”
श्री पटनायक ने दोहराया कि ओडिशा के 4.5 करोड़ लोग उनके परिवार हैं और वे उन्हें किसी भी तरह से सेवा देते रहेंगे. ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नौकरशाह से राजनेता बने वीके पांडियन के चारों ओर की आलोचनाओं पर चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि वीके पांडियन की जो कुछ आलोचनाएं हो हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है. एक अधिकारी के रूप में, उन्होंने पिछले 10 वर्षों में कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया, दो चक्रवातों और कोविड-19 के दौरान भी मदद की. अच्छे काम के बाद, उन्होंने नौकरशाही से सेवानिवृत्ति ली और बीजद में शामिल हो गए. उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करके उसमें काफी योगदान दिया है. वह एक ईमानदार और सत्यनिष्ठ व्यक्ति हैं और उन्हें इसके लिए याद किया जाना चाहिए.”
अपने स्वास्थ्य पर टिप्पणी करते हुए, पटनायक ने कहा, “मेरा स्वास्थ्य हमेशा से ठीक रहा है और अभी भी ठीक है. आपने देखा है कि मैंने गर्मी में जोरदार प्रचार किया है और यह मेरे स्वास्थ्य पर एक फैसला देने के लिए पर्याप्त है.”
श्री पटनायक ने ये भी कहा कि “मैंने हमेशा कहा है कि जब मुझसे मेरे उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया, तो मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह श्री पांडियन नहीं हैं. मैं फिर से दोहराता हूं कि ओडिशा के लोग मेरे उत्तराधिकारी का निर्णय करेंगे”.