रायपुर. छत्तीसगढ़ में मंगलवार को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पहले बड़ा बवाल मच गया है. ये बवाल बाहर के भाजपा नेताओं के छत्तीसगढ़ में रुकने को लेकर है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद भी भाजपा के प्रदेश प्रभारी सहित दूसरे प्रदेश के कई नेता के छत्तीसगढ़ में मौजूद रहने को आचार संहिता का सीधा-सीधा उल्लंघन बताया, वहीं चुनाव आयोग से इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए नाराज कांग्रेसियों के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के साथ घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया.

दरअसल, आदर्श चुनाव आचार संहिता के नियमानुसार चुनाव प्राचर समाप्त होने के साथ-साथ बाहरी नेताओं को प्रदेश और जिला छोड़ना होता है. लेकिन छत्तीसगढ़ में प्रचार समाप्त होने के बाद भी भाजपा प्रदेश प्रभारी अनिल जैन, राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री सौदान सिंह सहित कई नेता मतदान की पूर्व संध्या भी राजधानी में मौजूद रहें. इसे लेकर कांग्रेसियों ने चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

सोशल मीडिया पर वायरल फेक न्यूज पर भी गुस्सा

कांग्रेसियों का गुस्सा भाजपा के बाहरी नेताओं की प्रदेश में मौजूदगी के अलावा किसानों की कर्ज माफी को लेकर प्रदेश कांग्रेस के लेटरहेट पर फेक न्यूज वाइरल होने को लेकर था. छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लेटरहेट पर शैलेश नितिन त्रिवेदी के नाम से टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत और संचार समिति अध्यक्ष के नाम से जारी इस पत्र में किसानों की कर्ज माफी को लेकर अलग-अलग कंडीशन लगाई गई है. इसके अलावा पाटन विधानसभा में सामाजिक तौर पर भड़काऊ पोस्टर लगाए जाने पर भी कांग्रेस ने आपत्ति जताई है.

गाया रघुपति राघव राजाराम पतित पावन…

एक के बाद एक शिकायतों पर निर्वाचन आयोग की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से गुस्साए कांग्रेसियों ने सीईओ कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम… गाना शुरू कर दिया. इधर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ सीईओ से मुलाकात करने के बाद भूपेश बघेल ने कार्रवाई होने तक धरना जारी रहने की घोषणा कर दी.

देखिए वीडियो: – [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=S51bAVcMmzA[/embedyt]