NEET UG 2024 results: नीट यूजी धांधली मामले में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अहम फैसला सुनाया है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट के स्कोरकार्ड निरस्त होंगे। इसके बाद बिना ग्रेस मार्क्स के स्कोर कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके बाद ग्रेस मार्क्स की वजह से नीट रिजल्ट में अनियमितता को देखते हुए कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द करके फिर से नीट एग्जाम आयोजित करने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने NTA को ‘क्लीन चिट’ दी है। प्रधान ने भ्रष्टाचार के आरोपों को निरधार और एनटीए को विश्वसनीय संस्था बताया है। वहीं पेपर लीक के आरोप की याचिका पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी।
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केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में पेपर लीक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है। प्रधान ने कहा, “नीट-यूजी में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है. एनटीए में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं, यह एक बहुत ही विश्वसनीय संस्था है।
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दरअसल याचिकाकर्ताओं ने NEET परीक्षा में 1563 कैंडिडेट्स को दिए गए ग्रेस मार्क्स पर आपत्ति जताई थी। NTA ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी ने 10, 11 और 12 जून को बैठक की। कमेटी ने सुझाव दिया है कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स के स्कोरकार्ड निरस्त किए जाने चाहिए और इनके लिए दोबारा परीक्षा कराई जानी चाहिए। इन स्टूडेंट्स को उनके बगैर ग्रेस मार्क्स वाले ओरिजिनल स्कोर भी बताए जाने चाहिए।
एग्जाम में गड़बड़ी की शिकायत पर कई राज्यों के हाईकोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गई हैं। ऐसे में जहां भी ग्रेस मार्क्स को लेकर याचिका लगाई गई है वहां सुप्रीम कोर्ट का आदेश ही लागू होगा।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 2024 की नीट यूजी में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 उम्मीदवारों के स्कोर-कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे और उम्मीदवारों को फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा। एनटीए ने जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की पीठ को बताया कि 1,563 से अधिक उम्मीदवारों के परिणामों की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की गई है, जिन्हें नीट-यूजी में शामिल होने के दौरान हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए थे।
केवल 6 एग्जाम सेंटर पर ही हुई गड़बड़ी: शिक्षामंत्री
वहीं शिक्षामंत्री ने कहा, ‘हर एग्जाम सेंटर पर पेपर के दो सेट होते हैं और परीक्षा शुरू होने से थोड़ी देर पहले ही बताया जाता है कि कौन-सा पेपर खोला जाना है। लेकिन 6 एग्जाम पर दूसरा सेट खोल दिया गया जिसकी वजह से पेपर में 30-40 मिनट समय की बर्बादी हो गई। बाद में एनटीए ने एपेक्स कोर्ट के 2018 के जजमेंट के तहत छात्रों को लॉस ऑफ टाइम की वजह से छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए थे। उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है और हम उसके फैसले का पालन करेंगे। हम सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी छात्र को नुकसान न हो।
23 जून को होगी परीक्षा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, “24 लाख छात्र हैं, 13 लाख सफल हैं, 4500 देश में हैं। 13 भाषा हैं, गलती न हो जाए इसलिए एग्जाम के दिन सूचित किया जाता है। गलती से 4500 सेंटर में से 6 सेंटर में गलत पेपर पहुंचे, उसमें कुछ टाइम लॉस हुआ. 1563 स्टूडेंट के मन में आया कि टाइम लॉस हुआ है। एवरेज मार्किंग ग्रेस मार्किंग आधार बना, जिसे एनटीए ने अप्लाई किया। उसके बाद कुछ स्टूडेंट के नंबर सौ फीसदी हो गए. इसमें भी कुछ लोग कोर्ट गए उस बीच में, एनटीए ने एक्सपर्ट कमेटी बनाई. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है 1563 छात्रों को मौका दोबारा दिया जाए, 23 जून को दोबारा नीट परीक्षा होगी इनके लिए।
काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट कर चुका है इनकार
इससे पहले 11 जून को सुप्रीम कोर्ट ने स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों की याचिका पर सुनवाई की थी। इसे रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर किया गया था। कैंडिडेट्स ने बिहार और राजस्थान के एग्जाम सेंटर्स पर गलत क्वेश्चन पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की शिकायत की थी और परीक्षा रद्द कर SIT जांच की मांग की गई थी।
20 हजार स्टूडेंट्स ने की है शिकायत
देशभर में NEET UG 2024 को लेकर अलग-अलग राज्यों में लगभग 20 हजार स्टूडेंट्स ने याचिकाएं दायर की थीं, जिसमें परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत की गई हैं।
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क्या है NEET UG परीक्षा
NEET UG यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट, अंडरग्रेजुएट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। NEET परीक्षा मेडिकल और डेंटल कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है जो स्टूडेंट्स की गिनती के लिहाज से देश की सबसे बड़ी परीक्षा है।इसके जरिए भारत और रूस, यूक्रेन समेत कुछ अन्य देशों में MBBS, BDS और अन्य मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। NEET UG को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA द्वारा आयोजित किया जाता है।
यहां से हुई विवाद की शुरुआत
नीट यूजी का आयोजन 5 मई 2024 को देश भर में 4,750 केंद्रों पर किया गया था। इसमें 23 लाख से अधिक बच्चे शामिल हुए थे। इसके बाद रिजल्ट 14 जून को आना था। वहीं यह 4 जून को ही जारी कर दिया गया। इसमें 67 स्टूडेंट को 720 में से 720 अंक मिले। दो स्टूडेंट्स को 718 और 719 अंक मिले। इस पर जब हंगामा मचा तो एनटीए ने बताया कि 6 परीक्षा केंद्रों के 1563 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, क्योंकि वहा परीक्षा देरी से शुरू हुई थी। स्टूडेंट्स को परीक्षा देने के लिए निर्धारित समय से कम वक्त मिला था।
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