दिल्‍ली. विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने बड़ी घोषणा की है. उन्‍होंने कहा कि वह 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. मध्‍य प्रदेश के विद‍िशा से सांसद सुषमा ने कहा, ‘हालांकि इस बारे में (नेताओं के चुनाव लड़ने) फैसला पार्टी को करना है, पर मैं अपना मन बना चुकी हूं कि अगला चुनाव नहीं लड़ूंगी.’ सुषमा ने राजनीतिक दृष्टि से महत्‍वपूर्ण यह बड़ा ऐलान इंदौर में किया. इसकी वजह स्‍वास्‍थ्‍य कारणों को बताया जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में विदेश मंत्री की हैसियत रखने वालीं सुषमा की पहचान तेज-तर्रार नेता के रूप में रही है. विदेश मंत्री के तौर पर उन्‍होंने अपनी एक अलग ही छवि कायम की. उन्‍होंने विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों तक हरसंभव और जल्‍द से जल्‍द  मदद पहुंचाई. ट्विटर और सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म से शिकायत मिलने पर भी उन्‍होंने तुरंत कदम उठाए और लोगों को मदद दी.

दमदार व प्रभावशाली तरीके से अपनी बात रखने वाली सुषमा स्‍वराज ने वैश्विक मंचों पर भी जोरदार तरीके से भारत का पक्ष रखा. राष्‍ट्रीय राजनीति में सुषमा न केवल बीजेपी की तेज-तर्रार नेता के तौर पर जानी जाती हैं, बल्कि वह राजनीति में महिलाओं की सशक्‍त आवाज के तौर पर भी पहचान रखती हैं. वह देश की पहली महिला विदेश मंत्री हैं. इससे पहले विदेश मंत्रालय की जिम्‍मेदारी कुछ समय के लिए इंदिरा गांधी के पास भी थी, लेकिन वह कार्यवाहक विदेश मंत्री थीं.

2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के सुषमा के इस ऐलान के पीछे स्‍वास्‍थ्‍य कारणों को बड़ी वजह बताया जा रहा है. साल 2016 में उन्‍हें बुखार और निमोनिया के लक्षणों के साथ सीने में जकड़न की समस्या को लेकर एम्स में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनका गुर्दा प्रत्यारोपण भी हुआ. एम्‍स के 50 डॉक्टरों के एक दल ने सफल सर्जरी कर उनका गुर्दा (किडनी) प्रत्यारोपण किया था.