रायपुर. सर्वमंगला इंफ्राबिल्ड प्रा.लि. (Sarvamangla Infrabuild Pvt Ltd) के डायरेक्टर अनूप अग्रवाल ने तेलीबांधा पुलिस थाने में 10,17,00,797 रुपए के फ्रॉड होने की एफआईआर दर्ज कराई है. प्रार्थी की रिपोर्ट पर रायपुर पुलिस ने पुलिस अरोपियों के खिलाफ धारा 420, 409, 120 बी दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है. पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक मौलश्री विहार में सर्वमंगला इंफ्राबिल्ड प्रा.लि. कंपनी है. 14 जनवरी 2023 को सत्या आयरन एण्ड स्टील प्रायवेट लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश शर्मा, श्रीमती अंजू शर्मा एवं उनके सहयोगी राकेश शर्मा, प्रिंस शर्मा और कुशल डुडेजा द्वारा स्टील सामाग्री क्रय कर भुगतान न कर धोखाधड़ी की है.
प्रार्थी ने बताया कि आरोपी कुशल डुडेजा ने उससे संपर्क कर कहा था कि उसके पास उसकी कंपनी से स्टील सामग्री सप्लाई करवाकर कम समय में अधिक मुनाफा हो जाएगा.
ठगों ने किया व्यापारी से ये वादा
- एफआईआर के मुताबिक प्रार्थी ने पुलिस को बताया है कि उनके साथ ठगी करने वाले ठगों ने झासा देते हुए कहा कि यदि उनकी कंपनी आरोपियों के बताये अनुसार स्टील सामग्री सप्लाई के प्रस्ताव को स्वीकार करती है, तो कंपनी को कम समय में अत्यधिक मुनाफा होगा और कंपनी को उपरोक्त संबंध में मेरी मध्यस्थता के लिए आरोपियों को लाभांश देना होगा.
- झांसे में आकर प्रार्थी ने कुशल डुडेजा को मीटिंग करने को कहाय इसके बाद कुशल डुडेजा उसके साथ राजेश शर्मा, राकेश शर्मा एवं प्रिंस शर्मा नामक व्यक्तियों को प्रार्थी की कंपनी 31, मौलश्री विहार, व्ही.आई.पी. रोड के कार्यालय लाया.
- प्रार्थी को बताया गया कि उनके परिवार के छत्तीसगढ एवं हरियाणा राज्य में स्टील सामग्री का व्यवसाय करने वाली कई कंपनियां एवं प्लांट है तथा उन लोगो का काफी बड़ा व्यापार है.
- इसके बाद ठगों ने प्रार्थी से कहा कि आपकी कंपनी हमारे बताये अनुसार स्टील सामग्री की जो सप्लाई करेगी, उसका बिल सत्या आयरन एण्ड स्टील प्रायवेट लिमिटेड, पता- प्लाट नं-5/एल, हैवी इण्डस्टीयल एरिया, हथखोज, भिलाई (छ.ग.) के नाम से करनी होगी.
- उक्त कंपनी के डायरेक्टर राजेश शर्मा एवं उनकी पत्नी अंजू शर्मा है, जिनके व्यवसाय के संचालन में कुशल डुडेजा, राकेश शर्मा एवं प्रिंस शर्मा द्वारा पूर्ण रूप से संलिप्तता रखी जाती है.
- आरोपियों ने भरोसा जीतने के लिए कुछ दिनों तक सप्लाई और भुगतान दोनो बराबर रखा. आयरन एण्ड स्टील प्रायवेट लिमिटेड को स्टील सामग्री की सप्लाई की जाती रही। उक्त संबंध में कुशल डुडेजा द्वारा हमारी कंपनी से लाभांश राशि प्राप्त की जाती रही.
- इसी बीच उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा आश्वासन दिये जाने के बावजूद भी एकाएक हमारी कंपनी के द्वारा सप्लाई की गई स्टील सामग्री का भुगतान करवाना बंद कर दिया गया.
- पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक उपरोक्त व्यक्तियों से भुगतान करवाने को आग्रह करने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, तब काफी प्रयास करने के पश्चात मेरा संपर्क राजेश शर्मा एवं कुशल डुडेजा से हुआ, तब उपरोक्त व्यक्तियो द्वारा टाल-मटोल एवं हीला-हवाला करते हुये भुगतान नहीं किया गया.
- जिस पर मैंने (प्रार्थी ने) उपरोक्त व्यक्ति को आगे स्टील सामग्री सप्लाई करने से इंकार कर दिया। तब राजेश शर्मा एवं कुशल डुडेजा द्वारा मुझसे कहा गया, कि आप स्टील सामग्री सप्लाई करते रहे, आपकी कंपनी कुछ ही समय में राशि का भुगतान कर दिया जायेगा और यदि आपकी कंपनी को भुगतान नहीं किया जाता है, तो हम लोग आपको राशि के मूल्य की स्टील सामग्री (फिनिश्ड गुड्स) उपलब्ध करा देगें.
- ठगों के झांसे में आकर रायपुर के उपरोक्त कारोबारी ने करीब 10 करोड़ रूपए से अधिक की फ्रॉड की एफआईआर दर्ज कराई है, अब पुलिस इस मामले में जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है.