रायपुर। कांकेर लोकसभा के 3 विधानसभा के 4 बूथों पर ईवीएम की जांच होगी. इसमें बालोद में 2, गुंडरदेही में 1, सिहावा में 1 केंद्र में ईवीएम की जांच होगी. इसके आदेश चुनाव आयोग ने दिए है. इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से कांग्रेस के प्रत्याशी बिरेश ठाकुर ने की थी. चुनाव आयोग ने बिरेश ठाकुर के आवेदन को मंजूर करते हुए ईवीएम के जांच के आदेश दिए हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी बिरेश ठाकुर ने इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखकर ईवीएम की मेमोरी और माइक्रो कंट्रोलर की जांच की मांग की थी. शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रत्याशी की याचिका को मंजूर करते हुए जांच के आदेश दिए हैं.

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बता दें कि बिरेश ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि मतदान के बाद, जो ईवीएम के नंबर एजेंट को दिए गए थे. मतगणना के दिन वो नंबर बदल कैसे गए. इसका जवाब निर्वाचन आयोग को देना होगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जिस ईवीएम पर गड़बड़ी को आशंका हो उसकी जांच करवाई जा सकती है, इसलिए उन्होंने 4 ईवीएम जहां ईवीएम नंबर अलग-अलग है उनके जांच के लिए आवेदन किया है. बीरेश ठाकुर ने तत्कालीन कांकेर कलेक्टर अभिजीत सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि 16वें राउंड के बाद 2 घंटे तक मतगणना का कोई अपडेट ही नहीं दिया गया. बीरेश ठाकुर ने कांकेर कलेक्टर के मोबाइल डिटेल जांच करने की भी मांग करते हुए कहा कि उन्हें ऊपर से फोन आने लगे थे. अगर उनके काल डिटेल की जांच की जाए तो सब साबित हो जाएगा.


इसके साथ ही बीरेश ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को हराने में अहम भूमिका रही है और इसलिए तत्कालीन कलेक्टर को आचार संहिता हटते ही प्रमोशन कर गृह और जेल विभाग का सचिव बनाया गया है.

1884 वोटों से हारे बिरेश ठाकुर

बता दें कि कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा ने भोजराज नाग को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने बिरेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था. चुनाव में भोजराज नाग को 5 लाख 97 हजार 624 वोट मिले और बिरेश ठाकुर 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले. चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग 1884 वोटों से जीतकर सांसद बने हैं.