हैदराबाद। गुंटूर जिले के ताड़ेपल्ली में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को शनिवार तड़के नगर निगम अधिकारियों ने कथित अवैध निर्माण के चलते ध्वस्त कर दिया. कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (सीआरडीए) ने कथित अवैध निर्माण को लेकर विपक्षी पार्टी को नोटिस जारी किया था.

वाईएसआरसीपी ने सीआरडीए कार्यालय को चुनौती देते हुए शुक्रवार को उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. पार्टी के प्रवक्ता ने दावा किया कि अदालत ने किसी भी तरह की ध्वस्तीकरण गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश दिया है, और वाईएसआरसीपी के वकील ने सीआरडीए आयुक्त को इसकी जानकारी दे दी है.

सीआरडीए और एमटीएमसी अधिकारियों के अनुसार, सिंचाई विभाग की जमीन पर वाईएसआरसीपी कार्यालय बनाया जा रहा था. आरोप है कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी की पिछली सरकार के दौरान, नाव बनाने के लिए इस्तेमाल की जा रही जमीन को मामूली रकम पर पट्टे पर लिया गया था. यह भी आरोप थे कि सीआरडीए और एमटीएमसी से मंजूरी लिए बिना निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था.

पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने टीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार की कार्रवाई की निंदा की है. ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लिया है. उन्होंने कहा कि एक तानाशाह ने उच्च न्यायालय के आदेशों की अनदेखी करते हुए बुलडोजर से वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय को ध्वस्त कर दिया.

जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि इन कृत्यों के जरिए नायडू यह संदेश दे रहे हैं कि उनका शासन अगले पांच वर्षों में कैसा रहने वाला है. हालांकि, वाईएसआरसीपी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने जनता की ओर से लड़ने की शपथ ली और देश की सभी लोकतांत्रिक ताकतों से चंद्रबाबू नायडू के इन कृत्यों की निंदा करने की अपील की.