नई दिल्ली: भाजपा सरकार राम मंदिर का मुद्दा लेकर चुनाव में बहुत से चुनावी बिगुल फूंके है, चाहे वो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, या फिर यूपी सभी राज्यों में सरकार राम मंदिर के मुद्दे को लेकर हवा देती रहती है और मंदिर वहीं बनेगा का नारा देती रहती है. लेकिन असल में होता क्या है. चुनाव खत्म हो जाता है सरकारे बन जाती है लेकिन मंदिर नहीं बन पाता है. जिसको लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को एक बयान दिया है.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि हर चुनाव के पहले राम मंदिर मुद्दे को हवा दी जाती है. उन्होंने हैरानी जताई है कि ‘मंदिर वहीं बनेगा’ नारे के साथ कब तक लोगों को मूर्ख बनाया जाता रहेगा? ठाकरे ने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या की यात्रा के दौरान वह जवाब मांगेगे कि कितने और चुनाव तक लोगों को इस नारे से मूर्ख बनाया जाएगा.

पुणे की जुन्नार तहसील में स्थित यह किला छत्रपति शिवाजी की जन्मस्थली है. ठाकरे ने किले से मिट्टी ली जिसे वह अपने साथ 25 नवंबर को अयोध्या ले जाएंगे. ठाकरे ने मुंबई में शिवसेना की विजयादशमी रैली के दौरान ऐलान किया था कि वह मिट्टी लेकर 25 नवंबर को अयोध्या जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर के निर्माण को लेकर सवाल करेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थल की मिट्टी से सभी हिंदुओं की भावनाएं जुड़ी है और राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया को गति देने के लिए इन भावनाओं को एकत्र किया जा रहा.” शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हर चुनाव के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया जाता है. मैं जवाब मांगूंगा कि मंदिर वहीं बनाएंगे नारे के साथ कितने और चुनाव तक लोगों को मूर्ख बनाया जाएगा.”