मिथलेश गुप्ता, जशपुर। प्रदेश के साथ ही जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. इन अधिकारियों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से जिले में स्वास्थ्य विभाग की डेली ओपीडी, ऑनलाइन डेटा, ग्रामीण स्वास्थ्य हेल्थकैम्प टेलीमेडिसिन जैसी योजनाएं ठप पड़ गई हैं. इसे भी पढ़ें : बलौदाबाजार की घटना पर भूपेश बघेल के आरोपों पर राजेश मूणत का पलटवार, कहा- बोलने से पहले तथ्य जान लें पूर्व मुख्यमंत्री…
छत्तीसगढ़ प्रदेश सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रकोष्ठ के प्रांतीय आह्वान पर दूसरे दिन भी जिले के सीएचओ अपने तीन सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर है. उनकी मांगों में लंबित मानदेय भुगतान, गृह जिला स्थानांतरण और 8 किलोमीटर की दायरे में रेसीडेंस के साथ कांकेर जिला संयोजक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की बहाली की मांग शामिल है.
जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मानदेय नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक, मानसिक और कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने जल्द मांगों के पूरा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं इनके हड़ताल में चले जाने की वजह से जाने से केन्द्र सरकार की स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण योजना प्रभावित हो रही हैं.
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