गरियाबंद। पेंगोलिन, हाथी और तेंदुआ के संरक्षण का पैगाम देने बाइकर्स ग्रुप गारियाबंद पहुंचा. बाइकर्स ग्रुप ने बाइक रैली निकलकर जागरूकता पोस्टर्स के माध्यम से वन्यप्राणी संरक्षण का पैगाम दिया. टीम में पांच महिला राइडर्स, पर्यावरणविद, डॉक्टर्स, जर्नलिस्ट, वकील, इंजीनियर, शिक्षक, बैंकर्स एवं प्राइवेट सर्विस संबंधित 42 राइडर्स शामिल रहे. बाइकर्स ग्रुप ने बर्ड वाचिंग, तीरंदाजी एवं कायार्किंग का आनंद उठाया.

पिछले साल की भाती इस साल भी 36RC (छत्तीसगढ़ राइडिंग क्लब) के 42 राइडर्स उदंती सीता नदी अभ्यारण्य पहुंचे. टीम ने यहां एक दिन का वक्त गुजारा. वन प्रबंधन समिति नागेश, कोयबा, कठुवा एवं जांगड़ा के साथ मिलकर 36 RC (छत्तीसगढ़ राइडिंग क्लब) की टीम ने चोकसील धर्मस्थल पहाड़ी एवं देवधारा जलप्रपात पर पहुंचकर वन्यप्राणी संरक्षण का सन्देश दिया. वन विभाग की ओर से टीम को एन्टी पोचिंग टीम और इको पर्यटन कार्यों पर बनाए गए जागरूकता वीडियो दिखाए गए एवं वन्यप्राणी संरक्षण मुद्दे पर ग्रुप डिस्कशन हुआ.

ओडिशा बॉर्डर एवं तस्कर समुदाय के सक्रिय होने के कारण तेंदुआ एवं पेंगोलिन तस्करों पर टाइगर रिज़र्व टीम के ज्वाइंट ऑपरेशन को 36 राइडिंग क्लब ने सराहा.टीम ने कोयबा कॉटेज के आसपास वर्ड वाचिंग की. कठुवा (कुल्हाड़ीघाट) में कमार समुदाय के कायाकिंग एवं तीरंदाजी का लुत्फ उठाया. पिछले साल भी इसी टीम के जागरूकता अभियान के चलते अभ्यारण्य में आवाजाही करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ गई थी.

टीम 36 RC के अध्यक्ष डॉ.वरुण ताम्रकार ने वन प्रबंधन समिति सदस्यों का आभार प्रकट किया. उन्होंने बताया कि टीम की ओर से कम आवाज एवं कम प्रदूषण वाली अत्याधुनिक एवं बीएस 6 आधारित इको फ्रेंडली बाइक्स का उपयोग किया जाता है.अभ्यारण्य प्रशासन ने उन्हें बताया कि प्रजनन काल शुरू होने के कारण टाइगर रिज़र्व को मानसून एवं ब्रीडिंग सीजन के लिए 3 महीने तक बंद रखा जाएगा, जिससे वन्यप्राणी एकांत में रहेंगे. इस अवसर पर वन प्रबंधन समिति सदस्यों के साथ वन अमले के जगदीश प्रसाद दर्रो (एसडीओ तौरेंगा), गोपाल कश्यप (एसडीओ उदंती), अमर सिंह ठाकुर (रेंजर कुल्हाड़ीघाट), डीएन सोनी (रेंजर उत्तर उदंती), मनोज ध्रुव, अनूप जांगडे, सूर्यदेव जगतवंशी, वीरेंदर ध्रुव, शिवराज साहू आदि उपस्थित थे.