आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. निगम क्षेत्र के अंतर्गत रोजगार की काफी ज्यादा संभावना नजर आती है, लेकिन नगर निगम की सुस्त रवैये की वजह से मध्यम वर्ग के युवाओं को मिलने वाले रोजगार की संभावना खत्म हो जाती है. तकरीबन 20 वर्ष पहले भाजपा शासनकाल में नगर निगम क्षेत्र के प्राइम लोकेशन पर बने दो बड़ी बिल्डिंग निगम की अनदेखी की वजह से खंडहर में तब्दील हो चुकी है और शराबियों का अड्डा बन गया है.

निगम ने करोड़ों खर्च कर शहर के चांदनीचौक शहीद पार्क रोड और पुराने बस अड्डे पर स्थित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाए थे. इस बिंल्डिंग का उद्देश्य शहर की दुकानों को एक बिल्डिंग में शिफ्ट करना और शॉपिंग मॉल के रूप में इसे बदलना था, लेकिन बिल्डिंग तैयार होते वक्त ही कई रसूखदारों ने इस बिल्डिंग की दुकानों को खरीद लिया और खरीदी हुई दुकानों का रेट निगम दर से नहीं बल्कि कमर्शियल दर तय होने लगे. इतना ही नहीं पुराने बस अड्डे पर स्थित निगम की बिंल्डिंग अभी भी अधूरी पड़ी हुई है. शहर के लोग लंबे समय से इस बिल्डिंग को पूरा करने की मांग करते रहे, लेकिन निगम ने लोगों की एक ना सुनी. इस मुद्दे पर जमकर सियासत भी हुई. भाजपा कांग्रेस में जुबानी जंग चली, लेकिन परिणाम के रूप में कुछ भी हाथ नहीं लगा.

भाजपा की सरकार बने के बाद भी कोई खास पहल नहीं

पिछले 2 बार से शहर में कांग्रेस की सरकार बनी. भाजपा आरोप लगाती रही कि कांग्रेस की सरकार ही पक्षपात कर रही है. जब हमारी सरकार निगम में बनेगी तब हम दोनों ही बिल्डिंगों को सुधार कर लोगों के लिए सौंप देंगे. लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस की महापौर सफिरा साहू अपने 4 पार्षदों के साथ भाजपा में शामिल हो गई. इसके बाद शहर में कांग्रेस की सरकार गिरी और भाजपा की सरकार बन गई. लोगों में एक उम्मीद जरूर जगी कि अब दोनों ही बिल्डिंग सुधार जाएंगे और दुकानें कम दर में मिलेगी, जिसमें रोजगार किया जा सकेगा, लेकिन अब तक इस ओर कोई खास पहल नहीं की जा रही है.

दोनों बिल्डिंग को सुधारा जाएगा : महापौर

महापौर का कहना है कि निगम में नए एमआईसी का गठन हुआ है. नई रणनीति के साथ अब काम किया जाएगा और दोनों ही बिल्डिंग को सुधार लिया जाएगा. कांग्रेस के प्रवक्ता जावेद खान का कहना है कि भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगाती रही है. अब उनकी सरकार शहर में बन गई है तो क्या इस बिंल्डिंग को सुधारेंगे या सिर्फ राजनीति लाभ के लिए विरोध करते आए हैं. वहीं व्यपारियों का कहना है कि प्राइम लोकेशन में स्थित निगम की 2 बड़ी बिल्डिंग कोई काम की नहीं है. 20 साल से बनी इस बिल्डिंग से निगम काफी रेवेन्यू जनरेट कर सकती है, लेकिन कोई खास पहल निगम की ओर से नहीं की जा रही है. इसके चलते दोनों ही बिल्डिंग खंडहर में तब्दील हो रही है और शराबियों का अड्डा बनकर रह गया है.

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