पकंज सिंह भदौरिया,दन्तेवाड़ा. महिला बाल विकास विभाग कुआकोंडा जिसकी परियोजना प्रभारी बिंदु स्वर्णकार पर गम्भीर आरोप स्वसहायता समूह की स्वयं संचालिकाओं ने लगाए है. नौनिहालों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना रेडी टू ईट और गर्म भोजन पर गड़बड़ी कर विभाग के पैसों की बंदरबांट कर रहा है. यह हम नहीं कह रहे इस विभाग में काम कर रहे स्वसहायता समूह की महिलाएं कह रहीं है.
हड़ताल के 45 दिनों में काम का सेटिंग से हुआ आहरण
आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता बीते महीने मार्च और अप्रैल में 45 दिनों की लगातार हड़ताल में थी. उस दौरान दन्तेवाड़ा जिले के अधिकांश आंबा केंद्रों पर ताले जड़ गए थे. मिली जानकारी के मुताबिक विभाग उस दौरान सरकार की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं को लगातार बन्द तालों पर चालू रखा गया था. तभी तो महत्वपूर्ण योजनाओं का पैसा बराबर निकल गया.
दबाव बनाकर लिया गया कमीशन
कुआकोंडा परियोजना में 154 आंगनबाड़ी केंद्र है जिसके लिए अलग-अलग 7 स्वसहायता समूह बनाए गए हैं. इन्ही समूहों से आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई होती है. जिसमें कार्यरत एक समूह की कार्यकर्ता ने ही आरोप लगाया कि परियोजना प्रभारी कुआकोंडा बिंदु स्वर्णकार ने दबाब देकर सभी समहों से 1 महीने की राशि निकलवाकर बतौर कमीशन रख लिए है.
आडियो में क्या कहा कार्यकर्ता ने
45 दिनों की हड़ताल में गर्म भोजन और रेडी टू ईट के लिए 6 सेक्टरों से फर्जी तरीके से नौनिहालों की इंट्री करके योजना का लाखों रुपए कुआकोंडा महिला बाल विकास विभाग के द्वारा निकाल लिया गया. रेडी टू ईट का आहरण के साथ नमक मिर्ची तक पैसा आहरण कर लिया गया. सारा पैसा कागज़ों की खानापूर्ति कर आड़ में पूरा खेल किया गया है. स्वसहायता समूह की कार्यकर्ताओं की अगर माने दो महीनों में होने वाले भुगतान का 1 महीने का पैसा परियोजना अधिकारी डकार गई.
ये कहना है अधिकारी का
परियोजना अधिकारी बिंदु स्वर्णकार का इस मामले में कहना है कि हमने कोई कमीशन नहीं लिया है, ये सारे आरोप बेबुनियाद है. अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या कोई कार्रवाई होती है या फिर इसी तरह सरकारी कामकाज के पैसों का बंदरबाट होता रहेगा.