भुवनेश्वर. रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुरी रेलवे स्टेशन का दौरा किया और रथयात्रा अवधि के दौरान तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधा और लाभ के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की. वैष्णव ने रेलवे द्वारा रथयात्रा व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कहा कि बेहतर यात्री सुविधाओं और यात्रियों के समग्र यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्ध है. रेल मंत्री ने कहा कि इस वर्ष यात्रियों की सुविधा के लिए कुल 315 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं. ये विशेष ट्रेनें पुरी को विभिन्न गंतव्यों से जोड़ती हैं, जिनमें आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल जैसे पड़ोसी राज्यों की ट्रेनें भी शामिल हैं.
रेलवे ने ओडिशा के हर हिस्से जैसे बादामपहाड़, बांगिरिपोसी, राउरकेला, संबलपुर, जूनागढ़ रोड, सोनपुर, गुनुपुर, ब्रह्मपुर, दासपल्ला, अंगुल, पारादीप, केंदुझारगढ़, भद्रक और बालेश्वर से विशेष ट्रेनें उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. पुरी को सभी जिलों से जोड़ने के लिए कदम उठाए गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उपमुख्यमंत्री केवी सिंहदेव और श्रीमती प्रभाती परिडा ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और पुरी में रथयात्रा के लिए रेलवे द्वारा की गई व्यापक तैयारियों के बारे में चर्चा की थी. बैठक के बाद वैष्णव ने बताया था कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ पुरी में आगामी रथयात्रा के लिए रेलवे द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की.
मांग के अनुसार बढ़ेगी संख्या
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि इस वर्ष रेलवे का लक्ष्य 15 लाख यात्रियों को पुरी से उनके गंतव्य तक ले जाना है. इसके अलावा, एआई आधारित डायनेमिक शेड्यूलिंग सिस्टम का उपयोग करके विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी. जब भी मांग बढ़ेगी, रेलवे विशेष गंतव्य के लिए और ट्रेनें उपलब्ध कराएगा.
वैष्णव ने व्यवस्थाओं के बारे में बताया
रेलमंत्री वैष्णव ने रेलवे द्वारा कार महोत्सव के दौरान लागू किए जाने वाले उपायों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भीड़ प्रबंधन, ट्रेन सूचना प्रणाली, पूछताछ काउंटर, वीडियो वॉल डिस्प्ले, मोबाइल ऐप पर यूटीएस, अतिरिक्त टिकट बुकिंग काउंटर और मोबाइल टिकट काउंटर, 25 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों और भक्तों को समायोजित करने के लिए तीर्थयात्री प्रतीक्षा क्षेत्र, शेड और मेला शेड, सुरक्षा व्यवस्था, खानपान और आतिथ्य, चिकित्सा सुविधाएं और एम्बुलेंस, साथ ही यात्रियों, विशेष रूप से तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए बिजली आपूर्ति, पानी की आपूर्ति, सफाई, सुरक्षा, पेयजल और पर्याप्त शौचालयों का प्रावधान किये जा रहे हैं.