शब्बीर अहमद/शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नर्सिंग घोटाले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। उमंग सिंघार ने कहा कि मंत्री के संरक्षण के बिना घोटाला संभव नहीं है। अगर आरोप सही नहीं है तो मैं नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। नियम कायदे में मत उलझाइये। वहीं तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सुबह से शाम तक बस मुझ पर आरोप लगाए जा रहे है। जैसे मैं माफिया हूं।
मंगलवार को लंच के बाद विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। सदन में नर्सिंग घोटाले का मुद्दा उठाया गया। विपक्ष की तरफ से सदस्यों ने सवाल किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश के हजारों छात्रों को नहीं पता था जिस कॉलेज में एडमिशन ले रहे है वो फर्जी है। नर्सिंग घोटाला के लिए नियम बदले गए। 2020-21 में सबसे ज्यादा नर्सिंग कॉलेज खोले गए। चार अधिकारी और मंत्री नर्सिंग कांउन्सलर चला रहे थे। काउंसिल चलाने का अधिकार नहीं है। काउंसिल का कंट्रोल अवैध तरीके से लिया गया।
मंत्री के संरक्षण के बिना घोटाला संभव नहीं- नेता प्रतिपक्ष
सिंघार ने आरोप लगाते हुए कहा कि काउंसिल में धारा 31 का दुरुपयोग किया गया। जब नर्सिंग काउंसिल में घोटाला नहीं हुआ था तो धारा 31 के तहत काउंसिल को टेकओवर क्यों किया ? कोर्ट ने कोई रोक नहीं लगाई, मंत्री या विभाग की जांच नहीं हो सकती। इंडिया नर्सिंग काउंसिल की एमपी में धज्जियां उड़ा दी गई। मंत्री के संरक्षण के बिना घोटाला संभव नहीं है। आरोप अगर सही नहीं है तो मैं नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। नियम कायदे में मत उलझाइये।
तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री से मांगा इस्तीफा
तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद हंगामा शुरू हो गया। इस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे उसके क्या सबूत है ? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारी एक ही मांग है तत्कालीन मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए। वहीं विपक्ष के आरोपों का तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने भी जवाब दिया।
मंत्री सारंग ने दिया ये जवाब
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सुबह से शाम तक बस मुझ पर आरोप लगाए जा रहे है। जैसे मैं माफिया हूं। उन्होंने बताया कि 20 मार्च 2020 को 353 कॉलेज को मान्यता दी है। 20 मार्च 2020 को कमलनाथ की सरकार गिरी थी। एक तरफ सरकार गिरी दूसरी तरफ मान्यता दी जा रही थी। मलय कॉलेज की मान्यता कांग्रेस के सरकार के दौरान दी गई थी। 15 माह में कांग्रेस ने दो दो नर्सिंग कॉलेज को मान्यता दी थी। बिना किसी जांच के नर्सिंग कॉलेज को कांग्रेस सरकार में मान्यता दी गई थी। कांग्रेस संबद्धता और मान्यता में अंतर नहीं समझ पा रही। बीजेपी छात्र हित करने वाली सरकार है।
सारंग के आरोपों पर उप नेता प्रतिपक्ष ने की ये मांग
सारंग ने कहा कि हमारी सरकार ने किसी छात्र के साथ अन्याय नहीं किया है। मैं तो बोलना भी नहीं चाह रहा था लेकिन सबसे बड़ा आरोपी मुझे बनाया जा रहा था इसलिए बोलने की इजाजत मांगी। मैं मानता हूं दिक्कते थी उसे मंत्री बनने के बाद ठीक भी किया। हमने कॉलेज की मान्यता की प्रकिया को ऑनलाइन किया। कांग्रेस की सरकार के समय ऑफ लाइन अप्लाई होता था। कांग्रेस की सरकार में निरीक्षण नहीं होता था नवीनीकरण का निरीक्षण नहीं होता था। बीजेपी सरकार ने 480 कॉलेज को आगे बढ़ने से रोका है। जियो टेंगिंग शुरू की थी, ताकि गलत पते पर नर्सिंग कॉलेज न खुल पाएं।
मंत्री सारंग के कमलनाथ की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने पर उप नेता प्रतिपक्ष ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आप जो आरोप लगा रहे है उसकी सीबीआई जांच करवा लेते हैं। मंत्री विश्वास ने कहा कि सीबीआई की जांच से परहेज नहीं है। 60 अनसूटेबल कॉलेज में 39 कॉलेज कांग्रेस के जमाने में खुले थे। वहीं नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा कि आरोपों का जवाब नहीं दिया सिर्फ लच्छेदार भाषण दिया गया है। विश्वास सारंग इतने पाक साफ है तो इस्तीफा दें और जांच करवाई जाए।
नर्सिंग घोटाले पर सदन में मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने सरकार का रखा पक्ष
डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सीबीआई की जांच में 60 फीसदी कॉलेज में गड़बड़ी कांग्रेस शासन कॉल में हुई। जिन्होंने मान्यता दी हम उन्हें सही नहीं कह रहे है। इस मामले में जांच जारी है। विश्वास सारंग के जवाब के बाद यह स्पष्ट हुआ है आधारहीन आरोप लगाए गए है, सरकार के पास पूरी सूची है।
हमने ज्यादा मान्यता दे दी ये गलत नहीं। क्योंकि हमें स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना है। हमें नर्सिंग कॉलेजो की जरूरत है। मोहन सरकार दोषियों पर कार्रवाई कर रही है। हम इस सिस्टम को सुधार रहे हैं। दिसंबर 2025 तक एक लाख स्टूडेंट की परीक्षा कराएंगे। सभी छात्र परीक्षा देंगे। नर्सिंग कॉलेज की संबद्धता और मान्यता में मंत्री के साथ नहीं होते विपक्ष इस बात को समझे।
सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, 5 संशोधन विधेयक पारित
कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि किसी की सरकार आएगी किसी की जाएगी। किसी एक व्यक्ति पर आरोप नहीं लगाना चाहिए। गड़बड़ी सिस्टम की है इसे सुधारा जाना चाहिए। वहीं विपक्ष ने मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग की है। विपक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं हंगामे के बीच पांच संशोधन विधेयक पारित किया गया।
सराकर ने सारंग को क्लीन चिट दे दी- उमंग सिंघार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि सरकार ने सारंग को क्लीन चिट दे दी है। यह सरकार गड़बड़ी की सरकार है। पूरे प्रदेश में धरना चल रहा है, नियमों के साथ नहीं है। सरकार हाईकोर्ट और सदन मेंअलग अलग बात करती है। सरकार ने हमारा जवाब नहीं दिया। नियमों को अपने हिसाब से जोड़ा गया। विपक्ष प्रमाण दे रहा है, लेकिन सरकार नहीं दे रही है। सर्वदली कमेटी बनाई जाएं। वहीं बजट को लेकर कहा कि सरकार पहले श्वेत पत्र जारी करें।
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