मध्य प्रदेश. मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को वोट डाले जाएंगे. राज्य में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. वहीं बसपा, सपा, आम आदमी पार्टी और गोंगपा ने कुछ सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है.

सभी पार्टियों को मिलाकर इस बार चुनाव मैदान में 2899 उम्मीदवार हैं. इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला प्रदेश के कुल 5 करोड़ 4 लाख 95 हजार मतदाता तय करेंगे. इनके लिए प्रदेश में कुल 65 हजार 341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

बुधवार को शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश के बाहर से आए 33 हजार होमगार्ड भी चुनाव में लगाए गए हैं. बालाघाट जिले में केंद्रीय सुरक्षाबलों की 76 कंपनियां, भिंड में 24, छिंदवाड़ा और मुरैना में 19-19, सागर और भोपाल में 18-18 कंपनियां तैनात की गई हैं. प्रदेश का 85 प्रतिशत पुलिस फोर्स और होमगार्ड के 90 प्रतिशत जवान चुनाव ड्यूटी पर हैं.

आपकों बता दें कि भाजपा प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने के लिए दमखम लगा रही है तो कांग्रेस भी पंद्रह साल का वनवास खत्म करने पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी ने सबसे ज्यादा 230 उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस 229 और बीएसपी 227 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. आम आदमी पार्टी 209, गोंगपा 73, सपाक्स 109, और सपा 51 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा किया है. कांग्रेस के बड़े नेता कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी के प्रचार अभियान को संभाले हैं. कांग्रेस की ओर से भोजपुर से सुरेश पचौरी, चुरहट से नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व मंत्री अरूण यादव मैदान में उतरे हैं. अरुण यादव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.