रायपुर. भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने आज नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए तेलंगाना में विधानसभा निर्वाचन के दौरान अंतर्राज्यीय सीमा पर चौकसी तथा नगद राशि, शराब एवं मादक पदार्थों के अवैध परिवहन को रोकने की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की. वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में तेलंगाना सहित पड़ोसी राज्यों छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, गृह एवं आबकारी विभाग के सचिव तथा अर्धसैनिक बलों के महानिरीक्षक शामिल हुए. वहीं नई दिल्ली में निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा सहित भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने छत्तीसगढ़ में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि इसका असर मध्यप्रदेश सहित निर्वाचन वाले अन्य राज्यों पर भी देखने मिलेगा.
छत्तीसगढ़ के प्रभारी मुख्य सचिव सुनील कुजूर ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में बताया कि छत्तीसगढ़ से तेलंगाना की करीब 150 किलोमीटर सीमा लगती है. राज्य का बीजापुर एवं सुकमा जिला तेलंगाना से लगा हुआ है. सीमावर्ती क्षेत्र में तेलंगाना प्रशासन के साथ समन्वय में लगातार निगरानी की जा रही है. शराब के अवैध परिवहन को रोकने आबकारी विभाग द्वारा सीमा पर दो चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं. कुजूर ने बताया कि मतदान शुरू होने के 48 घंटे पहले दोनों जिलों में पुलिस द्वारा 11 चेकपोस्ट बनाए जाएंगे जो लगातार लोगों की आवाजाही और माल परिवहन की निगरानी करेंगे. तेलंगाना के साथ मिलकर सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा विशेष अभियान संचालित किए जा रहे हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय, नक्सल आपरेशन के विशेष पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, गुप्त-वार्ता अशोक जुनेजा, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. एस. भारतीदासन, आबकारी विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, सी.आर.पी.एफ. के महानिरीक्षक विवेक वैद और आयकर विभाग के महानिदेशक भी उपस्थित थे.