मिथलेश गुप्ता, जशपुर। फरसाबहार विकासखंड के ग्राम पंचायत डुमरिया में प्री मैट्रिक छात्रावास अधीक्षक ने शराब पीकर खूब हुड़दंगबाजी की. उन्होंने खाना खा रहे बच्चों को गंदी-गंदी गालियां देकर जमकर मारपीट करते हुए रात में छात्रावास से बाहर निकाल दिया. इसे भी पढ़ें : पॉवर सेंटर : ‘सुनहरी कलम’…’सीबीआई जांच’…’ओटीपी विधायक’…मंत्रियों का शपथ!…एसीबी का हंटर…- आशीष तिवारी

महज 10 से 12 साल के अध्यनरत बच्चें रात के अंधेरे में रोते हुये पैदल अपने-अपने घर चले गए. इस घटना की जानकारी मिलते ही कुछ बच्चों के अभिभावक और ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुये कानूनी कार्यवाही के साथ ही ऐसा कृत्य करने वाले अधीक्षक के खिलाफ जमकर हंगामा मचाया. बहरहाल, जब मीडिया ने उनसे बात की तो उन्होंने शराब सेवन करने की बात स्वीकार की, इसके साथ ही उन्होंने अपनी बात नहीं मानने पर बच्चों के पिटाई कर रात के अंधेरे में बाहर भगा देने की बात कही.

बहरहाल, मामले की जानकारी के बाद मंडल संयोजक लालदेव भगत घटना स्थल पर पहुँचे और उन्होंने ग्रामीणों से पंचनामा बनाकर शीर्ष अधिकारियों को प्रेषित कर कार्यवाही करने की बात कही हैं.

बता दें कि फरसाबहार विकासखंड से महज 10 किलोमीटर में संचालित यह छात्रावास में यह पहला मामला नही हैं. इसके पूर्व भी छात्रावास अधीक्षक नरसिंह मलार्ज ऐसी घटना कर चुके हैं. उसके बाद भी उन्हें पहाड़ों से घिरे छात्रावास में दायित्व दिया जाना विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को उजागर करता हैं.

विडंबना है कि जब रात को बच्चें खाना खा रहे थे, उस दौरान उनसे जमकर मारपीट के साथ रात के अंधेरे में बाहर निकाल देना. सबसे बड़ी बात तो यह है कि जो स्थानीय बच्चें हैं. वो अपने घर निकल गये, लेकिन जो बच्चें दूरदराज के रहने वाले हैं, वे अपने घरों तक पहुंचे की नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है. इन दिनों जंगली जानवर हाथी और सर्प से लगातार घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में वे बच्चे घर पहुंचे या नहीं चिंता की विषय बना हुआ है.