आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई, दिन शनिवार से शुरू हो चुकी है. यूं तो गृहस्थियों द्वारा गुप्त नवरात्रि मनाने की मनाही है, लेकिन इस दौरान आप कुछ विशेष उपाय आजमा सकते हैं जिससे आपको कई प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं. गुप्त नवरात्र में किये गये उपाय, मंत्र, साधना या कोई सी भी पूजा पाठ और दिनों से जल्दी सिद्ध व प्रभाव देती है ! बताये गये गुप्त नवरात्रि के टोटका को करके आप भी इन गुप्त नवरात्रि के अन्दर अपनी कुछ परेशानी को कुछ आसन से उपाय करके दूर कर सकोगें !

व्यापार वृद्धि के उपाय

यदि आपका व्यापार में परेशानी हो रही हो या नुकसान या घाटा हो रहा है तो आप इस गुप्त नवरात्रि में सुबह नित्य कर्म से निवृत होकर साफ़ कपडे पहनकर अपने घर के पूजा स्थल पर चोकी पर लाल कपड़ा बिछाएं उसके बाद 11 गोमती चक्र और 3 लघु नारियल लेकर चोकी पर रखें . उसके बाद दिए गये मंत्र की 11 माला का जाप रुद्राक्ष या स्फटिक की माला से करें . माला पूरी करने के बाद उन सब की पोटली बांध कर अपनी दुकान या आफिस के मुख्य द्वार टांग दें .

मंत्र : “ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सौं जगत्प्रसूत्यै नम:” ..

जिन जातक का व्यापार ठप हो गया हो या बंद हो गया है इस Gupt Navratri Ke Free Totke को गुप्त नवरात्रि के दिनों में दिए गये मंत्र को स्फटिक की माला से हर दिन 9 माला का जाप करें ऐसा करने से उनका व्यापार में चल रही परेशानी दूर होगी. किये गये उपाय से आपके व्यापार में हो रही परेशानी दूर हो जाएगी.

धन वृद्धि के उपाय

गुप्त नवरात्रि के अंतिम तिथि वाले दिन सुबह जल्दी जगकर नित्य कर्म से निवृत होकर साफ़ कपडे पहनकर एक खाली व शांत कमरे में जाकर पीले आसन पर अपना मुंह उत्तर दिशा की और मुख करके बैठ जाएं. उसके बाद अपने सामने सरसों का तेल या तिल का तेल के नौ दीपक प्रज्वलित करें. पर याद रहें की यह दीपक साधनाकाल तक जलते रहने चाहिए.

उसके बाद आप दीपकों के सामने कुमकुम से किये गये अखंडित लाल चावल की एक ढेरी बनाकर उसके ऊपर श्रीयंत्र की स्थापना करें और उसके बाद श्रीयंत्र का कुमकुम, लाल फूल, धूप तथा दीप से पूजन करें. फिर उसके बाद एक साफ़ प्लेट के बीचों बीच में स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उसकी पूजा करें.अब इस श्रीयंत्र को घर के पूजा स्थल में स्थापित कर दें और शेष बची साम्रगी को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.