सीधी। गुजरात के सूरत में इमारत ढहने से मध्य प्रदेश के सीधी जिले के 5 मजदूरों की मौत हो गई। दो वक्त की रोटी ने पूरे परिवार की खुशियां उजाड़ दी है। इस हादसे में 2 सगे भाई और उनके रिश्तेदार 2 सगे भाइयों की मौत हुई है। घटना की जानकारी लगते ही मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सांसद ने किया इंतजाम

सीधी जिले के परासी और दियाडोल गांव में मातम छाया है। इधर सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने सूरत के स्थानीय सांसद से बात कर मृतकों का शव सीधी पहुंचाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था कराई है। घटना में हीरामणि केवट पिता बंभोली केवट, निवासी परासी, लालजी केवट पिता बंभोली केवट, निवासी परासी, शिवपूजन केवट पिता शौखीलाल केवट निवासी दियादोल, प्रवेश केवट पिता शौखीलाल केवट निवासी दियादोल और अभिलाष केवट पिता छोटेलाल केवट कोटमा टोला मझौली की हादसे में मौत हो गई।

दो वक्त की रोटी ने उजाड़ दी परिवार की खुशियां पति की मौत की खबर से पत्नी का रो-रो कर हाल बेहाल है। तो मां बोली कि है भगवान, पहले मेरी मांग सूनी हुई और अब बहू मांग सूनी कर दी। यह कहते हुए सुखरजुआ बेटे की बातों को याद कर रोने लगी। मां की ममता को देख सभी की आंखें नम हो गई। स्वजन शव आने का इंतजार कर रहे हैं। सोमवार देर रात तक शव आने की संभावना है। प्रशासन हर संभव मदद के लिए तैयारी में जुटा है।

अभिलाष एक साल का था, तब पिता की हुई मौत

अभिलाष केवट पुत्र छोटेलाल 32 वर्ष निवासी वार्ड 6 मझौली की मां सुखरजुआ ने बताया कि, 31 साल पहले जब बेटा अभिलाष 1 साल का था, तब मेरे पति छोटे सिंगरौली में मजदूरी करते थे। मजदूरी करने के दौरान उनकी मौत हो गई थी। आज फिर वही दिन देखने को मिला है। पेट की आग ने मेरे घर को जला दिया। मां रोते बिलखते हुए कह रही थी कि गरीबी के कारण बेटा सूरत मजदूरी करने पिछले कई वर्ष से जा रहा है। उसी की आमदनी से पूरे घर की परवरिश हो रही थी। शनिवार को 4 बजे फोन आया और उसकी पत्नी शशिकला को हादसे की जानकारी दी गई। अभिलाष की 3 बेटियां हैं, जो 6 वर्ष, 4 वर्ष और 10 माह की है।

शिवपूजन और शौखीलाल सगे भाई

शिवपूजन 23 वर्ष और शौखीलाल 21 वर्ष निवासी दियाडोल दोनों भाई एक साथ काम करने सूरत गए थे। दोनों बचपन से करीब 10 वर्षों से ही वहां काम करने चले गए थे। छोटा भाई प्रवेश अभी अपनी बच्ची के जन्म पर फरवरी में आया था और मार्च में फिर चला गया था, जबकि पिता शौखीलाल मुंबई में मजदूरी करता है। घर में 5 माह की बच्ची के साथ पत्नी अर्चना केवट है।

वहीं हीरामणि केवट 32 वर्ष निवासी परासी घर का सबसे बड़ा भाई है, जिसकी तीन बच्चियां हैं। तीसरे नंबर का भाई मृतक लाल जी केवट पिता बंभोली केवट दोनों बीते एक जून को घर से सूरत गए थे। दोनों भाई तकरीबन एक दशक से सूरत में रह रहे थे। मृतकों के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मृतक कुल चार भाई थे, जिसमें सबसे बड़े भाई एवं तीसरे नंबर के भाई की मौत हुई है।

कैसे हुआ हादसा

गुजरात के सूरत में लगातार हो रही बारिश के बाद एक 6 मंजिला इमारत उसमें ढह गई। जिसके मलबे में दबने से अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इस हादसे में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।

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