रिपोर्ट- आशीष तिवारी, रायपुर। सिरपुर के जलकी में सरकारी जमीन पर रिसॉर्ट विवाद में फंसे मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने फिर से अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैं पहले दिन से ये बात कहते रहा हूं कि, जो कुछ भी किया है पूरी तरह नियमों का पालन किया. किसी भी तरह का गलत काम हमारे परिवार ने नहीं किया. अभी इस मामले में नहीं बोलूंगा, लेकिन समय आने पर इसका खुलासा करूंगा. जमीन का घेरा नहीं किया है. कोई चार हजार एकड़ कहता हैं, कोई पांच सौ एकड़ लोग ऐसा आरोप लगा रहे हैं, पिछले पचास सालों के जमीन का रिकार्ड देख ले. खरीदने वाला कहीं गलत दिखाई देता है, तो जो भी सजा मिलेगी हम भुगतने के लिए तैयार हैं.
ये सब चीजें आज से इसकी जांच नहीं चल रही है. पिछले आठ सालों में कई जांच हो चुकी है. हमने किसी भी सरकारी जमीन पर निर्माण नहीं किया है. आज तक किसी भी किसान ने इसकी शिकायत नहीं की .
शो मोटो बहुत सारी चीजें हो रही है. अभी जो वातावरण चल रहा है, उससे बाहर निकलने के बाद हम बिंदुवार जवाब देंगे. हमने डॉक्युमेंट मांगा है. मिलने के बाद जवाब देंगे. राजनीति है राजनीति में साम दाम, दंड भेद का उपयोग किया जाता है, इसका उपयोग राजनैतिक लोग करें, तो समझ आता हैं, लेकिन दूसरे लोग करे, तो समझ आता है कि यह किसी से प्रेरित है.
जो भी है, समय आने पर किस तरह उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई और हो रही इसका खुलासा करेंगे.
पूरा प्रदेश जानता है, इसके पीछे कौन है, जो सक्रिय होगा, काम करेगा, जिसके प्रति जनता में प्रेम होगा, पकड़ अच्छी होगी, उसी को बदलाम करने की कोशिश होती है. जिस व्यक्ति का कोई जनाधार नहीं होगा, जिसे लोग जानते नहीं होंगे, उस पर आरोप नहीं लगाया जाएगा. ये मामला आठ सालों से चल रहा है तो आखिर क्यों 15 दिनों में ही क्यों नोटिस जारी की गई. मुझे विश्वास है मैं और मेरा परिवार गलत नहीं है. समय आने पर दूध का दूध और पानी का पानी साबित हो जाएगा
जब किसी मामले में कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति या ऐसा व्यक्ति शामिल होता है, तो उसके पीछे का व्यक्ति भी महत्वपूर्ण होता है
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पीएम तक पहुँची रिपोर्ट पर कहा कि सरकार के स्तर पर मुझसे कोई पूछताछ नहीं हुई है, मैंने जांच रिपोर्ट की कापी, शिकायत की कापी 50 साल का रिकार्ड मांगा है. कोई भी हो सकता है. कई बार विपक्ष जो है जरूरी नहीं है दिखने वाला विपक्ष हो, ऐसा विपक्ष भी हो सकता है जो दिखने वाला ना हो. गांव के लोगों ने इस बात को कहा है कि यदि यह बन रहा है तो इसके बनने से गांव का विकास होगा. किसी को परेशान कर, सरकारी पद का दुरूपयोग कर कोई काम नहीं किया है.
सीएम रमन सिंह को लेकर टकराव की चर्चाओं पर कहा कि कदम तो षडयंत्रकारी उठाएंगे, मुझे कदम उठाने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री हमारे नेता है मैं उनके मंत्रीमंडल का सदस्य हूं. मैं उनका सम्मान करता हूं . कोई विवाद नहीं है, कोई खायी नहीं है. हमारे बीच संवादहीनता नहीं है. कुछ लोग इस बात की कोशिश करते हैं. मुझे लगता है मैं भी समझदार हूं और वह भी समझदार हैं. हमने सबको भागीदारी दी है, मेरे यहां जो काम करते हैं, मेरे परिवार के सदस्य हैं. उनके पारिवारिक कार्यक्रमों में भी मैं खड़ा होता हूं.
आप जरा इस बात को देख ले कि पमेरे नाम से जमीन है, नई राजधानी में 35 साल पहले 800 रूपए एकड़ में खरीदी थी. किसान खेती की जमीन बेचने में ऐसी जमीन बेचना है, जो अनुपयोग हो. कोई गरीब आदमी क्या उसकी ताकत है, क्या सरकार को जमीन दान दे मनरेगा की सड़क बाजू से जा रही है. रिसार्ट के भीतर जमीन मेरे परिवार के लोगों ने बनाई है. कोई भी बाऊंड्री सरकारी जमीन पर नही है.