Spice Jet Financial Crisis: वित्तीय संकट और कानूनी मामलों का सामना कर रही एयरलाइन स्पाइसजेट ने पिछले 2.5 साल से अपने कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड में पैसा जमा नहीं किया है. यह जानकारी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने सीएनबीसी को दी है.

ईपीएफओ ने बताया कि स्पाइसजेट ने आखिरी बार जनवरी 2022 में 11,581 कर्मचारियों के पीएफ खातों में पैसा जमा किया था. ईपीएफओ ने कहा कि इसके लिए एयरलाइन को नोटिस और समन भेजा गया है. एयरलाइन इस समय कई कानूनी मामलों से जूझ रही है.

कंपनी कर्मचारी के पीएफ खाते में 12% योगदान देती है

ईपीएफओ के मुताबिक ईपीएफओ एक्ट के मुताबिक किसी भी कर्मचारी के बेसिक-पे और डीए का 12% पीएफ खाते में जमा होता है. कंपनी भी कर्मचारी के पीएफ खाते में 12% योगदान जमा करती है. कंपनी के योगदान में से 3.67% ईपीएफ खाते में जमा होता है. वहीं, पेंशन स्कीम में 8.33% रकम जमा है.

कंपनी के खिलाफ चल रहे कई कानूनी मामले

कई लीजिंग कंपनियों ने इसके खिलाफ केस दर्ज किए हैं. इनमें से कुछ मामले विमानों की लीज बढ़ाने से जुड़े हैं. इससे पहले अप्रैल में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने स्पाइसजेट को तीन विमान लीजर्स की ओर से दायर दिवालियापन याचिका में कुल 77 करोड़ रुपये की चूक के लिए नोटिस जारी किया था.

इस साल स्पाइसजेट के शेयर में 7.62% की गिरावट

स्पाइसजेट का शेयर आज (5 जुलाई) 3.21% बढ़कर 56.02 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी के शेयर ने एक महीने में 0.39% और 6 महीने में 8.30% का निगेटिव रिटर्न दिया है. एक साल में शेयर ने 85.99% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है. अगर सिर्फ इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक की बात करें तो कंपनी के शेयर ने 7.62% का निगेटिव रिटर्न दिया है.