दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और NH-9 पर कांवड़ शिविर नहीं लगेंगे. सिर्फ डाक कांवड़िये ही इन मार्गों का इस्तेमाल करेंगे. पैदल कांवड़ियों के लिए पारंपरिक मार्ग ही रहेगा, जिन पर शिविर लगाने की पूरी व्यवस्था की जाएगी. बेहतर संचार व्यवस्था के लिए 3 कंट्रोल रूम और 1 ट्रैफिक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा.

कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए बुधवार को दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की गाजियाबाद पुलिस लाइन में बैठक हुई. गाजियाबाद कमिश्नरेट के एडिशनल CP दिनेश कुमार पी. की अध्यक्षता में हुई समन्वय बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था और कानून को प्रभावित करने वाले प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई. साथ ही मुख्य मार्गों पर किए जाने वाले रूट डायवर्जन के बारे में PPT के माध्यम से अधिकारियों को जानकारी साझा की गई. एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और NH-9 पर कांवड़ियों के लिए शिविर नहीं लगाए जाएंगे. मुख्य रूप से यह मार्ग डाक कांवड़ियों के लिए रहेगा. जबकि पारंपरिक अन्य मार्गों पर शिविर लगाने की व्यवस्था होगी. इन मार्गों पर पैदल कांवड़िये गुजरेंगे. वाहनों के डायवर्जन के लिए मार्गों पर संकेत चिह्न युक्त बोर्ड लगाए जाएंगे. ट्रैफिक डायवर्जन के बारे में समय-समय पर जानकारी दी जाएगी. कांवड़ यात्रा पर इस बार 30 एंबुलेंस की व्यवस्था होगी.

डायवर्जन की जानकारी देंगे

एडिशनल सीपी ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए व्यापार मंडल, उद्योग बंधु, ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन, इंडियन मेडिकल एसोशिएशन, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और रोडवेज के एआरएम को गोष्ठियों के माध्यम से जरूरी जानकारी दी जाएगी.

विभाग सौंपेंगे रिपोर्ट

सभी विभाग कांवड़ यात्रा को लेकर अपनी योजना और तैयारी की रिपोर्ट गुरुवार को ADM प्रशासन को सौंपेंगे. पिछले दिनों जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांवड़ यात्रा का नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह को नियुक्त किया था.