सावन का महीना शुरू होने वाला है. पूर्णिमा तिथि के अनुसार, सावन महीना का आरंभ 22 जुलाई 2024 दिन सोमवार से हो रहा है और सावन महीने का समापन 19 अगस्त को होगा. सावन के साथ अब शुरू हो जाएगी, भगवान शिव की आराधना. क्योंकि सावन का महीना महादेव का माना जाता है. सावन के हर सोमवार को उनकी विशेष पूजा-अर्जना होती है. भारत के प्राचीन शिव मंदिरों के बारे में आप भी जानते हैं. जिनके दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं वैसे तो इन मंदिरों में पूरे साल भीड़ देखी जाती है लेकिन सावन में इन मंदिरों की यात्रा को और भी शुभ माना जाता हैं.

बैद्यनाथ मंदिर

बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर जिसे बैद्यनाथ धाम भी कहा जाता है, भारत में बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है और इसे भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास माना जाता है. यह मंदिर झारखंड के देवघर में स्थित है. Read More – Anant Ambani और Radhika Merchant की शादी की रस्में हुईं शुरू, मामेरु रस्म में दिखा पूरा परिवार ...

श्री बृहदेश्वर मंदिर

भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक बृहदेश्वर मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में स्थित है. विश्व में यह अपनी तरह का पहला और एकमात्र मंदिर है जो कि ग्रेनाइट का बना हुआ है.

महाकालेश्वर मंदिर

महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इस मंदिर का मनोहर वर्णन पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में मिलता है. यह मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन नगर में स्थित, महाकालेश्वर भगवान का प्रमुख मंदिर है.

मतंगेश्वर मंदिर

मतंगेश्वर महादेव मंदिर को मध्यप्रदेश के खजुराहो में सबसे ऊंचा मंदिर माना जाता है. इस मंदिर में स्थित शिवलिंग 9 फीट जमीन के अंदर और उतना ही बाहर भी है.

मुरूदेश्वर

मुरुदेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. ‘मुरुदेश्वर’ भगवान शिव का ही एक नाम है. यह मंदिर कर्नाटक में कन्नड़ जिले के भटकल तहसील में स्थित है, जो तीन ओर से अरब सागर से घिरा हुआ है. Read More – Money Laundering Case : ईडी ने Nia Sharma को भेजा समन, Krystle Dsouza और Karan Wahi से भी होगी पूछताछ …

ओंकारेश्वर

देश के बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ओंकारेश्वर-ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मांधाता नर्मदा नदी के मध्‍य द्वीप पर स्थित है. महादेव को यहां पर ममलेश्वर व अमलेश्वर के रूप में पूजा जाता है.

काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग काशी में है. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के शहर बनारस के विश्वनाथ गली में स्थित है.

सोमनाथ मंदिर

सोमनाथ को पारंपरिक रूप से पहला तीर्थ स्थल माना जाता है. यह द्वादश ज्योतिर्लिंग तीर्थयात्रा की शुरुआत का प्रतीक है. यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल में प्रभास पाटन में समुद्र तट के किनारे स्थित है.

त्र्यंबकेश्वर मंदिर

भारत के महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर तहसील में त्र्यंबक शहर में एक प्राचीन हिंदू मंदिर है. यह मंदिर ब्रह्मगिरी नामक पर्वत के पास स्थित है, जहां से गोदावरी नदी बहती है.