शिखिल ब्यौहार, भोपाल। टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में एक और बाघ के मौत की खबर सामने आई है। बाघ संरक्षक और जानकार अजय दुबे ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गोली मारकर बाघ का शिकार किया गया है। वहीं वन विभाग को दो दिनों से शव पड़े होने की सूचना दी। इसके बाद भी इस ओर किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया।
मामला रायसेन जिले का है। जानकारी के मुताबिक, आशापुरी बीट आरएफ कंपार्टमेंट 330 में एक बाध की मौत हो गई। बाघ संरक्षक और जानकार अजय दुबे ने शिकायत की है। जिसमें उन्होंने कहा कि दो दिनों से शव पड़ोने होने की सूचना वन विभाग को दी थी। उन्होंने कहा कि बाघ का शिकार गोली मारकर किया गया है। साथ ही अजय दुबे ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
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आपको बता दें कि देश में टाइगर स्टेट के रूप में प्रसिद्ध मध्यप्रदेश में बाघों की मौत पर भी नंबर वन बन गया है। बीते 6 महीने के भीतर मध्यप्रदेश में 23 बाघों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 12 बाघों की मौत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हुई है। बांधवगढ़ में बढ़ते बाघ के मौत के मामले में शिकार की आशंका भी जताई गई है। यह खुलासा वन विभाग की कमेटी में हुआ है।
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शिकारी और अंतरराष्ट्रीय तस्कर की वजह से मध्य प्रदेश में बाघ मारे जा रहे हैं। बाघों के आधी मौत के लिए शिकारी और अंतरराष्ट्रीय तस्कर जिम्मेदार बताए जाते है। टेरिटोरियल फाइटिंग नहीं तस्करी मौत के लिए जिम्मेदार है। 10 सालों में बांधवगढ़ के भीतर 65 से अधिक बाघों की मौत हुई है। 2024 में अब तक देश में कुल 75 टाइगरों की मौत हुई है। 75 टाइगर में 23 बाघों की मौत मध्यप्रदेश में, महाराष्ट्र में 14 और कर्नाटक में 12 टाइगरों की मौत हुई है।
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